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गौरीकुंड से केदारनाथ तक का पशुपालन सचिव डा. पुरुषोत्तम ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा

-खराब मौसम के बावजूद पैदल चलकर केदारनाथ धाम पहुंचे, तीर्थयात्रियों के साथ मधुर और सौम्य व्यवहार रखने के दिए निर्देश

-भैरों ग्लेशियर और कुबेर ग्लेशियर में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की बात कही

 
गौरीकुंड से केदारनाथ तक का पशुपालन सचिव डा. पुरुषोत्तम ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा

रुद्रप्रयाग, 02 मई। ग्राम्य विकास, सहकारिता, पशुपालन सचिव और नोडल अधिकारी केदारनाथ यात्रा व्यवस्था डा. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने खराब मौसम होने के बावजूद गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल चलकर यात्रा व्यवस्थाओं और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्हाेंने कहा कि केदारनाथ धाम में पल-पल मौसम खराब होने और बर्फबारी की स्थिति में भैरों ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही तीर्थयात्रियों के साथ मधुर और सौम्य व्यवहार रखने को निर्देशित किया। पशुपालन सचिव और नोडल अधिकारी ने सोनप्रयाग में यात्रियों के लिए किए जा रहे पंजीकरण का भी जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने गौरीकुंड में यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग में किसी भी तरह से पशुओं के साथ क्रूरता नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जो टास्क फोर्स तैनात की गई है, वह अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी कुशलता के साथ करें। उन्होंने यात्रा मार्ग में पेयजल व्यवस्था, विद्युत व स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने जल संस्थान को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों के लिए बनाए गए गर्म पानी की चरियों की निरंतर निगरानी करते हुए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।

इस दौरान उन्होंने यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे एमआरपी में चिकित्सा सुविधाओं का भी जायजा लिया और सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में रखने के निर्देश दिए। सचिव ने यात्रा मार्गों में तैनात किए गए जिला प्रशासन, पुलिस प्राासन, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ और वाईएमएफ के जवानों से वार्ता कर यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सभी विषम कठिन परिस्थितियों में अपने दायित्वों का निर्वहन सेवाभाव से करें। उन्होंने कहा कि दर्शन करने आ रहे तीर्थयात्रियों के साथ मधुर और सौम्य व्यवहार रखें। सभी अधिकारी और कर्मचारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। यात्रा मार्ग में किसी यात्री को किसी प्रकार की कोई परेशानी होती है तो उसकी तत्काल सहायता करें। उन्होंने सुलभ इंटरनेशल को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग की साफ-सफाई व्यवस्था के साथ यात्रा मार्ग में स्थापित सुलभ शौचालयों की निरंतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही, ताकि किसी भी तीर्थयात्री को कोई असुविधा न हो। उन्होंने यात्रा मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवानों को निर्देशित किया कि केदारनाथ धाम में पल-पल मौसम खराब होने व बर्फबारी होने की स्थिति में भैरों ग्लेशियर और कुबेर ग्लेशियर में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने तीर्थ यात्रियों से भी वार्ता की और उनसे यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

इस दौरान उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. रवि कुमार, जीमैक्स इंचार्ज खुशाल सिंह, जल संस्थान, स्वास्थ्य, विद्युत, सुलभ आदि विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।