कृषि एवं उससे जुड़े क्षेत्र की विकास दर इस साल 3.5-4 प्रतिशत के बीच रहने की संभावनाः शिवराज सिंह
Jan 4, 2025, 19:42 IST
नई दिल्ली, 4 जनवरी केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि इस साल कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र की विकास दर 3.5 से 4 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है। केंद्र
सरकार ने फैसला किया है कि सैटेलाइट बेस्ड यानी रिमोट सेंसिंग के माध्यम से अब फसल के नुकसान का सही व सटीक आकलन होगा। शिवराज सिंह नई दिल्ली में राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शिवराज सिंह ने कहा कि नए वर्ष में नए संकल्पों के साथ कृषि विकास एवं किसान कल्याण के कामों को हम तेज गति से आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि प्रारंभ की है। अब तक 11 करोड़ किसानों को 18 किश्तों में 3.46 लाख करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई है। मोदी के तीसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिनों में 25 लाख से ज्यादा पात्र किसानों को जोड़ा गया। 18वीं किश्त का लाभ लेने वालों की संख्या बढ़कर 9.58 करोड़ हुई। पीएम फसल बीमा योजना विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। इसमें ऋणी आवेदन 876 लाख हैं और गैर-ऋणी आवेदन 552 लाख हैं। कुल 14.28 करोड़ किसानों ने आवेदन किया है, 602 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बीमित है और सकल बीमित राशि 2,73,049 करोड़ रुपये है। चार करोड़ किसानों को योजना से लाभ मिला है। योजना के प्रारंभ से अब तक 17 हज़ार करोड रुपए क्लेम के रूप में किसान भाइयों को दिया जा चुका है।
केद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि वे तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ताकत से काम करेंगे। हम भी संकल्प लें कि अपनी पूरी क्षमता से काम में जुटेंगे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसान कल्याण और कृषि क्षेत्र में विकास के लिए 6 सूत्री रणनीति तैयार है। सबसे पहली प्राथमिकता है उत्पादन बढ़ाना। प्रति हेक्टेयर या प्रति एकड़ उत्पादन कैसे बढ़ सकता है यह सरकार की रणनीति है, उसके लिए आईसीएआर लगातार रिसर्च करके उन्नत बीजों की किस्म को जारी करता है। सूक्ष्म सिंचाई योजना, मैकेनाइजेशन, तकनीक का प्रयोग, नई कृषि पद्धतियां आदि अनेक दिशा में हम काम कर रहे हैं। उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादन की लागत कैसे घटे समेत कई बिंदुओं पर काम कर रहे हैं।
सरकार ने फैसला किया है कि सैटेलाइट बेस्ड यानी रिमोट सेंसिंग के माध्यम से अब फसल के नुकसान का सही व सटीक आकलन होगा। शिवराज सिंह नई दिल्ली में राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शिवराज सिंह ने कहा कि नए वर्ष में नए संकल्पों के साथ कृषि विकास एवं किसान कल्याण के कामों को हम तेज गति से आगे बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि प्रारंभ की है। अब तक 11 करोड़ किसानों को 18 किश्तों में 3.46 लाख करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई है। मोदी के तीसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिनों में 25 लाख से ज्यादा पात्र किसानों को जोड़ा गया। 18वीं किश्त का लाभ लेने वालों की संख्या बढ़कर 9.58 करोड़ हुई। पीएम फसल बीमा योजना विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। इसमें ऋणी आवेदन 876 लाख हैं और गैर-ऋणी आवेदन 552 लाख हैं। कुल 14.28 करोड़ किसानों ने आवेदन किया है, 602 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बीमित है और सकल बीमित राशि 2,73,049 करोड़ रुपये है। चार करोड़ किसानों को योजना से लाभ मिला है। योजना के प्रारंभ से अब तक 17 हज़ार करोड रुपए क्लेम के रूप में किसान भाइयों को दिया जा चुका है।
केद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि वे तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ताकत से काम करेंगे। हम भी संकल्प लें कि अपनी पूरी क्षमता से काम में जुटेंगे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसान कल्याण और कृषि क्षेत्र में विकास के लिए 6 सूत्री रणनीति तैयार है। सबसे पहली प्राथमिकता है उत्पादन बढ़ाना। प्रति हेक्टेयर या प्रति एकड़ उत्पादन कैसे बढ़ सकता है यह सरकार की रणनीति है, उसके लिए आईसीएआर लगातार रिसर्च करके उन्नत बीजों की किस्म को जारी करता है। सूक्ष्म सिंचाई योजना, मैकेनाइजेशन, तकनीक का प्रयोग, नई कृषि पद्धतियां आदि अनेक दिशा में हम काम कर रहे हैं। उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादन की लागत कैसे घटे समेत कई बिंदुओं पर काम कर रहे हैं।