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राहुल बोले, आदिवासी देश के असली मालिक

कहा-वनवासी कहने पर माफी मांगे बीजेपी
 
राहुल बोले, आदिवासी देश के असली मालिक
खंडवा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुरुवार को दूसरे चरण में खंडवा के डूल्हार फाटा के गुरुद्वारा साहिब से शुरू हुई। यात्रा का आखिरी पड़ाव छैगांव माखन होगा। रात्रि विश्राम खेरदा में होगा। राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा भी चल रहे हैं। दूसरे चरण की यात्रा में सचिन पायलट शामिल नहीं है। प्रियंका गांधी 3 दिन तक भारत जोड़ो यात्रा में हैं। वे अंबेडकर नगर महू तक यात्रा में रहेगी। महू में 26 नवंबर को सभा होनी है। इससे पहले राहुल गांधी आदिवासी जननायक टंट्या मामा की जन्मस्थली पर पहुंचे। राहुल गांधी ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी इस देश के असली मालिक हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आदिवासियों को वनवासी कहा, इसके पीछे उनकी दूसरी सोच है। इसके लिए बीजेपी आदिवासियों से माफी मांगे। राहुल गांधी ने कहा कि अंग्रेजों ने टंट्या मामा को फांसी पर चढ़ाया और आरएसएस की विचारधारा ने अंग्रेजों की मदद की। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार मध्यप्रदेश में हो रहे हैं। ऐसा प्रदेश हमें नहीं चाहिए, हमें आदिवासियों को इज्जत और रक्षा देने वाला प्रदेश चाहिए।
टंट्या मामा एक सोच और एक विचारधारा थे:
'जैसा कि कमलनाथ जी ने कहा-हमारे लिए टंट्या मामा एक चिन्ह हैं। एक सोच हैं। एक व्यक्ति जरूर थे। एक विचारधारा भी हैं। उनकी सोच और विचारधारा के कारण मैं आज यहां आया हूं। आदिवासी का मतलब जो हिंदुस्तान में सबसे पहले रहते थे। मतलब- जब इस देश में कोई नहीं था, तब भी आप लोग इस देश में रहते थे। अगर आप आदिवासी हो, अगर आप यहां सबसे पहले रहते थे, तो यह हक बनता है कि आप इस देश के मालिक हैं।
टंट्या मामा मतलब आदिवासी, संघर्ष, निडरता और क्रांतिकारी
ये जो शब्द होते हैं, बहुत चीजें छुपा और दिखा भी सकते हैं। टंट्या मामा के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले कौन सा शब्द आता है। आदिवासी, संघर्ष, निडरता, क्रांतिकारी ये शब्द आते हैं। जब वो अंग्रेजों के सामने फांसी पर चढ़ रहे थे, तो आपको क्या लगता है, डर था या नहीं। सवाल ही नहीं उठता। कुछ दिन पहले मोदी का भाषण सुना। उसमें उन्होंने एक नया शब्द यूज किया- वनवासी। इस शब्द के पीछे उनकी दूसरी सोच है। आदिवासी के पीछे सोच है कि इस देश के पहले मालिक आप हो। इसका मतलब-आपकी जमीन, जंगल और जल पर आपका हक होना चाहिए। मगर वहां रुकना नहीं है। आप असली मालिक हो तो आपको और आपके बच्चों को अधिकार मिलना चाहिए। अगर आपका बच्चा इंजीनियर बनने का सपना देखे तो सरकार को पूरी मदद करनी चाहिए।