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बबीता फोगाट ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से की मुलाकात

 
 बबीता फोगाट ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से की मुलाकात
नई दिल्ली, 19 जनवरी। चैंपियन पहलवान और भारतीय जनता पार्टी नेता बबीता फोगाट गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचीं, जहां भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई बड़े पहलवान धरने पर बैठे हैं। बबीता फोगट ने सभा को संबोधित करने के बाद कहा, "मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है। मैं कोशिश करूंगी कि आज उनके मुद्दों को सुलझा लिया जाए।" हरियाणा खेल एवं युवा मामले विभाग में डिप्टी डायरेक्टर और पूर्व पहलवान बबिता ने इससे पहले ट्वीट किया था, 'मैं कुश्ती के इस मामले में अपने सभी साथी खिलाड़ियों के साथ खड़ी हूं। मैं आप सभी को विश्वास दिलाती हूं कि मैं इस मुद्दे को हर स्तर पर सरकार के समक्ष उठाने का काम करूंगी।"

ओलंपियन और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बजरंग पुनिया ने कहा, "बबीता फोगाट सरकार की तरफ से मध्यस्थता के लिए आई हैं। हम उनके साथ बात करेंगे और फिर अधिक जानकारी देंगे।" उन्होंने कहा कि पहलवान अपने सम्मान और अधिकार के लिए लड़ रहे हैं और अगर वे देश के लिए लड़ सकते हैं तो अपने अधिकारों के लिए भी लड़ सकते हैं।

पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया सहित अन्य पहलवान आज दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर मौन धरने पर बैठे हैं।
पुनिया ने कहा, "अगर हम अपने देश के लिए लड़ सकते हैं, तो हम अपने अधिकारों के लिए भी लड़ सकते हैं। सबसे पहले मैं उन सभी खिलाड़ियों को धन्यवाद देता हूं जो यहां आए हैं। और जो बयान कल दिया गया था कि केवल 3 प्रतिशत खिलाड़ी यहां बैठे हैं, वह गलत है, सभी खिलाड़ी यहां हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि खिलाड़ी कितने मजबूत हैं। और हमने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई और अब हम झुकने वाले नहीं हैं।" पुनिया ने कहा, 'हम चाहते हैं कि कभी कोई बच्चा कुश्ती में आए तो वह किसी दबाव में आकर अभ्यास न करे।'

विशेष रूप से, विनेश फोगाट ने पहले आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें 'खोटा सिक्का' कहने का भी आरोप लगाया।

राष्ट्रमंडल और एशियाई दोनों खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान विनेश ने आरोप लगाते हुए कहा, "कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और कुछ कोच, जो फेडरेशन के पसंदीदा हैं, महिला कोचों के साथ भी दुर्व्यवहार करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।"

उन्होंने कहा, "टोक्यो ओलंपिक में मेरी हार के बाद, डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने मुझे 'खोटा सिक्का' कहा। फेडरेशन ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। अगर किसी पहलवान को कुछ होता है, तो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष इसके दोषी होंगे।"

बता दें कि बुधवार को दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया और लगभग एक दर्जन पहलवानों ने राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया।

इसके अलावा, कुछ ही समय बाद ओलंपियन और स्टार पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया ने डब्ल्यूएफआई के अधिकारियों और कोचों के खिलाफ सनसनीखेज दावे किए, इसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय खेल मंत्रालय को नोटिस जारी किया।