केरल के वायनाड में भूस्खलन से 70 लोगों की मौत : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
Jul 30, 2024, 21:16 IST
नई दिल्ली, 30 जुलाई । केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को संसद में बताया कि केरल के वायनाड में दुर्भाग्यूपर्ण भूस्खलन की घटना में 70 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हैं। (हालांकि अब इस घटना में मरने आैर घायल हाेने वालाें का आकड़ा बढ़ गया है।)
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने बताया कि राहतकर्मियों ने मलबे से दो लोगों को जीवत निकाला है और 250 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए रवाना कर दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार उन्हें हर संभव मदद प्रदान कर रही है। घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें, भारतीय सेना के दो कोलम और दो आईएएफ हेलीकॉप्टरों को बचाव व खोज अभियान में लगा दिया गया है। तीन बेली पुलों के निर्माण के लिए सेना के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप के कॉलम तैयार किये गये हैं। एनडीआरएफ, सेना, अग्निशमन सेवाओं, नागरिक सुरक्षा, पुलिस और स्थानीय आपातकालीन प्रक्रिया टीम के 300 से अधिक बचाव कर्मियों को बचाव और राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। तलाशी और बचाव उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की तीन अतिरिक्त टीमें रास्ते में हैं। खोज और बचाव अभियान के लिए डॉग स्क्वाॅड को तैनात किया गया है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने बताया कि राहतकर्मियों ने मलबे से दो लोगों को जीवत निकाला है और 250 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए रवाना कर दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार उन्हें हर संभव मदद प्रदान कर रही है। घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें, भारतीय सेना के दो कोलम और दो आईएएफ हेलीकॉप्टरों को बचाव व खोज अभियान में लगा दिया गया है। तीन बेली पुलों के निर्माण के लिए सेना के मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप के कॉलम तैयार किये गये हैं। एनडीआरएफ, सेना, अग्निशमन सेवाओं, नागरिक सुरक्षा, पुलिस और स्थानीय आपातकालीन प्रक्रिया टीम के 300 से अधिक बचाव कर्मियों को बचाव और राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। तलाशी और बचाव उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की तीन अतिरिक्त टीमें रास्ते में हैं। खोज और बचाव अभियान के लिए डॉग स्क्वाॅड को तैनात किया गया है।