नेपालः प्रचंड ने की भ्रष्टाचार के खिलाफ जनयुद्ध की तरह आक्रामक होने की घोषणा

काठमांडू, 9 मई। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने भ्रष्टाचार के खिलाफ 'माओवादी जनयुद्ध' की तरह आक्रामक होने की घोषणा की है। उन्होंने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ नई लड़ाई का समर्थन करने की भी अपील की है। प्रचंड ने मंगलवार को कावरे जिले के कार्यक्रम में कहा कि वह फिर से भ्रष्टाचार के खिलाफ माओवादी जनयुद्ध की तरह समर्थन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए जनयुद्ध की तरह सहयोग की जरूरत है। प्रचंड का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब सरकार फर्जी भूटानी शरणार्थियों के मामले में अपनी जांच जारी रखे हुए है। उन्होंने यह भी बताया है कि इस मामले में उन पर दबाव और धमकियां आ रही हैं। विपक्षी सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने प्रचंड से मुलाकात की और उन पर दबाव बनाया। फर्जी शरणार्थियों के मामले में यूएमएल नेताओं और उनके परिवार के सदस्यों पर जांच की गई है। इस मामले में सत्तारूढ़ पार्टी नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा की पत्नी आरजू देउबा, पूर्व गृह मंत्री बालकृष्ण खांड के अलावा कई हाई प्रोफाइल नाम जुड़े हैं। नेपाल की संसद अब इस मुद्दे को लेकर गरमा गई है। संसद में फर्जी शरणार्थियों के मामले पर गरमागरम बहस हो रही है।