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पाकिस्तानी अखबारों सेः कोर कमांडर कांफ्रेंस सुर्खियों में छाई, दंगाइयों से निपटने का फैसला

- चीफ जस्टिस के खिलाफ प्रस्ताव और सुप्रीम कोर्ट के बाहर पीडीएम के धरने को भी महत्व
 
पाकिस्तानी अखबारों सेः कोर कमांडर कांफ्रेंस सुर्खियों में छाई, दंगाइयों से निपटने का फैसला

नई दिल्ली, 16 मई। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी से उत्पन्न हालात पर चर्चा करने के लिए आयोजित कोर कमांडर कान्फ्रेंस को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। बैठक में कहा गया है कि सैन्य संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आर्मी सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। आर्मी चीफ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सेना के खिलाफ प्रोपेगेंडा कर सेना और जनता के बीच में खाई पैदा करने की कोशिश की निंदा की गई। बैठक में दुश्मन ताकतों के शैतानी प्रोपोगंडा को जनता के समर्थन से नाकाम बनाने पर बल दिया गया।

कुछ अखबारों ने चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान उमर अता बिंदयाल के खिलाफ नेशनल असेंबली में रेफरेंस प्रस्ताव पर चर्चा और उसे मंजूर किए जाने की खबरों को भी तरजीह दी है। इस सिलसिले में एक कमेटी का भी गठन किया गया है, जो सुप्रीम कोर्ट के जजों के रवैये की समीक्षा कर रिपोर्ट देगी। अखबारों ने पार्लियामेंट के संयुक्त सत्र की बैठक की खबर देते हुए बताया कि इसमें नैब और फौजदारी कानूनों में संशोधन का बिल मंजूर किया गया है। मानव अंगों के प्रत्यारोपण और बच्चे की पैदाइश पर मां-बाप को छुट्टी देने वाला बिल भी पास किया गया है।

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के बाहर पीडीएम के धरने की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी हैं। धरना समाप्त हो गया है। पीडीएम अध्यक्ष मौलाना फजलुर्रहमान ने कहा है कि सरकार को नुकसान पहुंचाया तो छुपने की जगह नहीं मिलेगी। अखबारों ने चीफ जस्टिस का एक रिमार्क छापा है जिसमें उन्होंने कहा कि बातचीत करें, सरकारी संस्थानों को जलाया जा रहा है, संविधान ही नहीं देखना है, ऐसे हालात में इलेक्शन कौन मानेगा।

अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का इमरान के ट्वीट पर दिए गए जवाब को भी छापा है, जिसमें उन्होंने कहा कि इधर-उधर की मनगढ़ंत बातें छोड़ें, जांच में सहयोग दें और करप्शन का हिसाब दें। अखबारों ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के उस बयान को जगह दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि 9 मई की घटना की इमरान खान अगर निंदा नहीं करते, तो पीटीआई को आतंकवादी संगठन की तरह ट्रीट करना होगा।

अखबारों ने पीटीआई नेता एवं पूर्व गृहमंत्री शेख रशीद के घर लाल हवेली पर पुलिस के जरिए छापा मारे जाने की खबरें देते हुए बताया है कि वह घर पर मौजूद नहीं थे। अखबारों ने गृहमंत्री राना सनाउल्लाह का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को गिरफ्तार करने की कोई संभावना नहीं है।

अर्थ जगत की खबरों में पेट्रोल और मिट्टी का तेल 12 रुपये प्रति लीटर, डीजल 30 रुपये प्रति लीटर सस्ता होने की खबरें भी दी हैं। पेट्रोल की नई कीमत 270 रुपये प्रति लेटर, डीजल 258 रुपये प्रति लीटर और मिट्टी का तेल 164 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

अंतरराष्ट्रीय खबरों में रूस के जरिए यूक्रेन के एक अस्पताल पर मिसाइल हमला किए जाने की खबरें देते हुए बताया है कि इसमें 4 लोग मारे गए और 7 लोग घायल हुए हैं। अखबारों ने ईरान में मादक पदार्थों की स्मगलिंग करने पर 5 लोगों को फांसी दिए जाने की खबरें भी दी हैं।

सरहद इस पार की खबरों में भारतीय नौसेना के ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का कामयाब परीक्षण किए जाने की खबर को महत्व दिया गया है। कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाने के बाद पुलिस के जरिए मुकदमा दर्ज करने की खबरें दी हैं। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा नवाएवक्त ने सांप्रदायिक तनाव से ग्रस्त मणिपुर में 10 विधायकों द्वारा अलग राज्य के गठन की मांग किए जाने की खबर छापी है। इनमें बीजेपी के 5 विधायक भी शामिल हैं। विधायकों ने मुख्यमंत्री पर अपने समुदाय की रक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है।