अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 35 फीसदी डाउन

नई दिल्ली, 3 फरवरी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद से सडक़ तक माहौल पूरी तरह से गर्माया हुआ है। इसको लेकर शेयर बाजार में भी भारी हलचल है। विपक्ष अडाणी एंटरप्राइजेज पर लग रहे आरोपों की जांच की मांग पर अड़ गया है। संसद में आज भी हंगामा हुआ। लोकसभा 2 बजे और राज्यसभा 2.30 बजे तक स्थगित कर दी गई है। विपक्ष संयुक्त संसदीय समिति या सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में कमेटी बनाने की मांग पर भी अड़ा हुआ है।
इस दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज सुबह 35 प्रतिशत की गिरावट रिकॉर्ड की गई। एक शेयर की कीमत 1000 रुपए के करीब पहुंच गई। रिपोर्ट आने से पहले एक शेयर का भाव 3500 रुपए के करीब था। इस तरह कंपनी का शेयर 9 दिन में 70 प्रतिशत गिरा है। अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस ने अडाणी एंटरप्राइजेज को सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर निकाल दिया है।
बांग्लादेश की सरकार ने अडाणी समूह के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है। बांग्लादेश सरकार का कहना है कि बिजली की कीमतें ज्यादा हैं, इन्हें कम किया जाना चाहिए। उधर, कांग्रेस ने 6 फरवरी को देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इस मामले में अद्यतन क्या?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। इसमें कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, सपा, डीएमके, जनता दल व लेफ्ट समेत 13 पार्टियां शामिल हुईं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 6 फरवरी को देशभर के जिलों में स्थित एलआईसी और एसबीआई कार्यालयों के सामने विरोध-प्रदर्शन करेंगे। विपक्षी नेताओं ने इसे शेयर बाजार का अमृतकाल का महाघोटाला बताया।
2017 में बांग्लादेश-अडानी के बीच हुई थी डील
बांग्लादेश ने अडाणी पॉवर लि. के साथ 2017 के बिजली खरीद पर समझौता किया था। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने गुरुवार को अडाणी पावर को चि_ी लिखी। इसमें बिजली खरीदी की कीमतों में बदलाव करने की मांग की है। बीपीडीसी का कहना है कि उसे महंगी दर पर बिजली मिल रही है। बीपीडीसी ने नवंबर 2017 में 25 साल के लिए 1496 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए अडाणी पावर से डील की थी।
अडाणी के 3 शेयरों पर एनएसई ने बढ़ाई चौकसी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने अडाणी समूह के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स लिस्ट में शामिल कर लिया है। इनमें अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइजेज, और अबुंजा सीमेंट शामिल है। एएसएम निगरानी का एक तरीका है, जिसके जरिए मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज बीएसई, एनएसई इस पर नजर रखते हैं। इसका लक्ष्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना होता है। किसी शेयर में उतार-चढ़ाव होने पर उसे एनएसई में डाला जाता है।
फोब्र्स की लिस्ट में 17वें स्थान पर खिसके अडाणी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह का मार्केट कैप 8.38 लाख करोड़ गिरा है। वहीं, गुरुवार को फोब्र्स रीयल टाइम लिस्ट में अडाणी 17वें स्थान पर आ गए। 27 फरवरी के पहले अडाणी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे और एशिया में पहले नंबर पर थे।