अफगानी छात्राओं की शिक्षा पर पाबंदी से दुनिया चिंतित, यूएन-यूएसए, कतर और भारत का विरोध
Dec 21, 2022, 19:40 IST

वाशिंगटन, 21 दिसंबर (हि.स.)। अफगानिस्तान में छात्राओं की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने यानी शिक्षाबंदी किये जाने से दुनिया चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन), संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए), कतर और भारत ने खुलकर इस तालिबानी फैसले का विरोध किया है। अफगानिस्तान की सत्ता संभाल रहे तालिबान ने अफगानिस्तान में छात्राओं के विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा प्राप्त करने पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने तालिबान के इस फैसले को अक्षम्य करार देकर इसकी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस के प्रवक्ता एड्रिएन वाटसन ने कहा कि अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने और उन्हें अपने मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का प्रयोग करने से रोकने के लिए तालिबान नेतृत्व का यह सबसे निंदनीय कृत्य है। अफगानिस्तान की आधी आबादी को पीछे रखने के इस अस्वीकार्य रुख के परिणामस्वरूप, तालिबान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अलग हो जाएगा और अपनी इच्छा की वैधता से वंचित हो जाएगा। वाटसन ने अपने एक बयान में अफगानी महिलाओं व छात्राओं का समर्थन करने की बात कही है।