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नई तकनीक व ड्रोन की मदद से बदल रही है जिला में खेती की तस्वीर​​​​​​​

 
घंटों का काम मिनटों में होने से किसानों ने भी दिखाई ड्रोन स्प्रे में रुचि
 
 नई तकनीक व ड्रोन की मदद से बदल रही है जिला में खेती की तस्वीर​​​​​​​ 
गुरुग्राम, 5 फरवरी  ड्रोन की मदद से जिला में खेती की तस्वीर बदलने लगी है। नई तकनीक के माध्यम से अब घंटों का काम मिनटों में हो रहा है। किसानों की सेहत को बेहतर करने में भी ड्रोन से कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव जैसी सेवा कारगर साबित हो रही है। कृषि क्षेत्र में कम लागत पर अधिक उत्पादन के लिए तकनीक का इस्तेमाल बेहद कारगर साबित हो रहा है। नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत गुरुग्राम जिला की पहली महिला पायलट बनी हैं हिमानी व शर्मिला।
खेती में नई तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा भी धरातल पर गंभीर प्रयास किए जा रहे है। विकसित भारत संकल्प यात्रा इसका जीवंत उदाहरण है, जिसमें जिला की 157 पंचायतों में 10 हजार से अधिक किसानों के समक्ष ड्रोन से नैनो यूरिया का छिडक़ाव कर सफल डेमो दिया गया है। जिसके उपरांत जिला के किसान भी आगे आकर खेतीबाड़ी में ड्रोन के इस्तेमाल में रुचि दिखा रहे है। किसानों के हित को देखते हुए सरकार ने भी ड्रोन के इस्तेमाल को प्रोतसाहन देने के लिए नमो ड्रोन दीदी नाम से कार्यक्रम चलाया है। नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत गुरुग्राम जिला की पहली महिला पायलट बनी हिमानी व शर्मिला इसका प्रमुख उदाहरण है।
डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि कृषि में महिलाएं एक महत्वपूर्ण भाग अदा करती हैं। जिला में पटौदी खंड के गांव ऊंचा माजरा की शर्मिला व फर्रुखनगर खंड के गांव जराउ की हिमांशी को इफको की तरफ गुरुग्राम के बिलासपुर स्थित ट्रेनिंग सेंटर पर ड्रोन पायलट का 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। फील्ड में सुगम आवजाही के लिए इफको द्वारा दोनों महिला को ड्रोन के साथ एक-2 मोडिफाई ऑटो भी दिया गया।
नमो ड्रोन दीदी से लखपति दीदी की राह हुई आसान
डीसी ने बताया नमो ड्रोन दीदी की यह योजना स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में भी कारगर भूमिका निभा रही है। किसान द्वारा प्रत्येक एकड़ पर इन्हें सौ रुपये भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शर्मिला व हिमांसी को जिला में 2000 हजार एकड़ का टारगेट दिया गया है। जिसमें करीब 300 एकड़ क्षेत्र का टारगेट इन्होंने सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।