छठ पर डूबते सूर्य को अध्र्य देकर की सुख-समृद्धि की कामना
शुक्रवार को उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ ही संपन्न हो जाएगा छठ पर्व
Nov 7, 2024, 20:12 IST
गुरुग्राम, 7 नवंबर गुरुग्राम में रह रहे पूर्वांचल के लोगों द्वारा चार दिवसीय छठ पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। पर्व के तीसरे दिन गुरुवार को डूबते सूर्य को अध्र्य देकर श्रद्धलुओं ने सुख-समृद्धि की कामना की। शहर के अनेक स्थानों पर छठ पूजा की जा रही है, जहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटे हुए हैं। गुरुवार को डूबते सूर्य को अघ्र्य देने के लिए श्रद्धालु दोपहर से ही घाटों पर पहुंचने शुरू हो गए थे। व्रती अपने साथ पूजा सामग्री भी लेकर आए। सायं होते-होते सभी व्रतियों ने ब्रह्मसरोवर, घाटों व तालाबों में खड़े होकर भगवान सूर्य की आराधना के साथ डूबते सूर्य को अध्र्य दिया।
अपने परिवारों की सुख-समृद्धि की कामना भी सूर्यदेव से की। महिलाएं सूर्य देव व छठ मइया के गीत गा रही थीं। छठ पर्व पर राजनेताओं के अलावा स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोग बिहार मूल के परिवारों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए भी दिखाई दिए। स्थानीय लोग इस आयोजन को पूरा सहयोग कर रहे हैं।
पूर्वांचल समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली सामाजिक संस्थाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में हजारों की संख्या में व्रती भाग ले रहे हंै। संस्थाओं ने व्रतियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा है। सरोवरों में स्वच्छ जल भरा गया है, ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। संस्थाओं ने अपने वॉलिंटियर भी तैनात किए हुए हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो।
छठ महोत्सव का विभिन्न क्षेत्रों में आयोजन किया गया है। आयोजकों ने पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की थी। पुलिस ने जलाशयों व घाटों की सुरक्षा को गंभीरता से लिया है। सभी आयोजन स्थलों पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए, जिनमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या भी अच्छी-खासी दिखाई दी। यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रहे, इसके लिए शीतला माता मंदिर व अन्य आयोजन स्थल क्षेत्रों में यातयात पुलिस ने पुख्ता व्यवस्था की हुई है।
अपने परिवारों की सुख-समृद्धि की कामना भी सूर्यदेव से की। महिलाएं सूर्य देव व छठ मइया के गीत गा रही थीं। छठ पर्व पर राजनेताओं के अलावा स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोग बिहार मूल के परिवारों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए भी दिखाई दिए। स्थानीय लोग इस आयोजन को पूरा सहयोग कर रहे हैं।
पूर्वांचल समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली सामाजिक संस्थाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में हजारों की संख्या में व्रती भाग ले रहे हंै। संस्थाओं ने व्रतियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा है। सरोवरों में स्वच्छ जल भरा गया है, ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। संस्थाओं ने अपने वॉलिंटियर भी तैनात किए हुए हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो।
छठ महोत्सव का विभिन्न क्षेत्रों में आयोजन किया गया है। आयोजकों ने पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की थी। पुलिस ने जलाशयों व घाटों की सुरक्षा को गंभीरता से लिया है। सभी आयोजन स्थलों पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए, जिनमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या भी अच्छी-खासी दिखाई दी। यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रहे, इसके लिए शीतला माता मंदिर व अन्य आयोजन स्थल क्षेत्रों में यातयात पुलिस ने पुख्ता व्यवस्था की हुई है।