विधानसभा का शीतकालीन सत्र बहुत जल्द आयोजित किया जाएगा : मुख्यमंत्री सैनी
हरियाणा सरकार ने राज्यपाल को भेजा पत्र
Nov 4, 2024, 20:39 IST
चंडीगढ़, 4 नवंबर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र बहुत जल्द आयोजित किया जाएगा। इसके लिए सरकार की तरफ से राज्यपाल को पत्र भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री सोमवार को पंचकूला में पुस्तक मेले के उद्घाटन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में विधायकों के शपथ ग्रहण तथा स्पीकर व डिप्टी स्पीकर का चुनाव हो चुका है। अब विधिवत रूप से विधानसभा का नियमित सत्र बुलाया जाएगा, जिसमें सभी विधायकों को अपने-अपने हलकों की बात रखने का अवसर मिलेगा। सैनी ने कहा कि अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं हुई है लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि लोकसभा के सत्र से पहले-पहले विधानसभा सत्र का आयोजन किया जाए।
प्रदेश में पराली को लेकर चल रहे विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पिछले तीन वर्षों में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल प्रदेश में पराली जलाने के 38 फीसदी कम मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों ने धान की खेती को छोड़कर वैकल्पिक खेती को अपनाना शुरू कर दिया है वहीं पराली प्रबंधन में भी सरकार के साथ आकर खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली प्रबंधन के लिए दी जाने वाली मशीनों पर सब्सिडी बढ़ाने को लेकर भी विचार किया जा रहा है। आने वाले समय में हरियाणा पराली प्रबंधन के मामले में भी टॉप करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में डीएपी की कोई कमी नहीं है। विपक्ष इस मामले में नकारात्मक नेरेटिव सेट करने का प्रयास कर रहा है।
प्रदेश में पराली को लेकर चल रहे विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पिछले तीन वर्षों में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल प्रदेश में पराली जलाने के 38 फीसदी कम मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों ने धान की खेती को छोड़कर वैकल्पिक खेती को अपनाना शुरू कर दिया है वहीं पराली प्रबंधन में भी सरकार के साथ आकर खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली प्रबंधन के लिए दी जाने वाली मशीनों पर सब्सिडी बढ़ाने को लेकर भी विचार किया जा रहा है। आने वाले समय में हरियाणा पराली प्रबंधन के मामले में भी टॉप करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में डीएपी की कोई कमी नहीं है। विपक्ष इस मामले में नकारात्मक नेरेटिव सेट करने का प्रयास कर रहा है।