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हमें आत्मचिंतन भी करना होगा, क्या हम डा. भीमराव अंबेडकर के सपनों का भारत बना पाए हैं: कुमारी सैलजा

 जब तक देश में असमानता, गरीबी और भेदभाव जैसी चुनौतियां मौजूद हैं, तब तक बाबासाहेब का सपना अधूरा 
 
 हमें आत्मचिंतन भी करना होगा, क्या हम डा. भीमराव अंबेडकर के  सपनों का भारत बना पाए हैं: कुमारी सैलजा
जब तक देश में असमानता, गरीबी और भेदभाव जैसी चुनौतियां मौजूद हैं, अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने  सभी को संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर  की जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डा. अंबेडकर की दूरदर्शिता, संघर्ष और असाधारण योगदान ने आधुनिक भारत की नींव रखी। डॉ. भीमराव अंबेडकर  यह एक नाम नहीं, बल्कि वह विचारधारा हैं, जिन्होंने हमें संविधान, समानता, न्याय और स्वाभिमान का मार्ग दिखाया। हमें आत्मचिंतन भी करना होगा। क्या हम उनके सपनों का भारत बना पाए हैं? क्या हम उस समाज की स्थापना कर पाए हैं, जहाँ कोई भेदभाव न हो, जहाँ हर नागरिक को समान अवसर मिले? जब तक देश में असमानता, गरीबी और भेदभाव जैसी चुनौतियाँ मौजूद हैं, तब तक बाबासाहेब का सपना अधूरा है।

    वे रविवार को  डॉ भीम राव अंबेडकर समाज कल्याण सभा द्वारा भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर  के 135वें जन्मोत्सव के अवसर पर गांव अशरफगढ़ (जींद)में आयोजित कार्यक्रम में  उपस्थित जनसमुह को संबोधित कर रही थी। इस मौके पर पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी, पूर्व विधायक राजरानी पूनम, पूर्व विधायक परिवंद्र सिंह ढुल, माजरा खाप के प्रधान वीरेंद्र संधु, अप्रवासी कांगे्रस के अध्यक्ष वीरेंद्र वशिष्ठ, ओबीसी प्रभाग के  अध्यक्ष  रमेश सैनी,राजरूप, सरदार इंद्रजीत सिंह, पूर्व सरपंच रामकिशन,  सरदार गुरविंद्र सिंह माजरा,लाल बहादुर खोवाल,पूर्व प्रधान सुरेंद्र मेंहदिया, बालादेवी खेदड, अंबेडकर सभा के प्रधान विनोद कुमार, राममेहर, सूरजभान, रवि सिंह, सुमित सिंह, सुलतान सिंह, सूबेसिंह, बादल सिंह, प्रेम सिंह धीरा आदि मौजूद थे।
आयोजित की ओर से कुमारी सैलजा का जोरदार स्वागत करते हुए उन्हें ताज पहनाकर सम्मानित किया।  कुमारी सैलजा ने सबसे पहले उन्होंने बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।  सैलजा ने कहा कि  बाबासाहेब का जीवन एक साधारण बालक से असाधारण राष्ट्र निर्माता बनने तक की प्रेरक गाथा है। 14 अप्रैल 1891 को महू की धरती पर जन्मे डॉ. भीमराव अंबेडकर   ने समाज के उस हिस्से से उठकर देश के सबसे ऊंचे मंच तक का सफर तय किया, जिसे सदियों तक दबाया और कुचला गया। उन्होंने छुआछूत और जातिगत भेदभाव की अमानवीय दीवारों को शिक्षा और आत्मबल से तोड़ डाला।
उनका शैक्षणिक जीवन, उनके विचार, उनकी दृष्टि - सब कुछ हमें सिखाता है कि अगर इरादे नेक हों और उद्देश्य स्पष्ट हो, तो कोई भी बाधा रास्ता नहीं रोक सकती। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से उच्च शिक्षा प्राप्त कर देश को यह दिखा दिया कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो बदलाव लाती है।
    सैलजा ने कहा कि  जब देश स्वतंत्र हुआ, तो हमें एक ऐसे संविधान की आवश्यकता थी, जो सबको समान अधिकार दे। इस ऐतिहासिक जिम्मेदारी को  बाबासाहेब ने बखूबी निभाया। भारतीय संविधान के निर्माण में उन्होंने जो योगदान दिया, वह केवल विधिक दृष्टि से नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की स्थापना की दृष्टि से भी अत्यंत ऐतिहासिक है। उन्होंने संविधान में हर नागरिक को बराबरी, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय का अधिकार सुनिश्चित किया। डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं थे, वे एक समाज सुधारक, आर्थिक विशेषज्ञ, लेखक और नारी सम्मान के प्रबल पक्षधर भी थे। उन्होंने कहा था - शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो।  यह तीन शब्द केवल नारा नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति का मंत्र हैं।  इस पावन अवसर पर, हमें संकल्प लेना है कि हम न केवल उनके विचारों को आत्मसात करेंगे, बल्कि अपने व्यवहार और कार्यों से भी सामाजिक न्याय और समानता को साकार करेंगे।  बाबासाहेब के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उनके समय में थे। उनके विचारों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

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बच्चों की शिक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान हो, अंगे्रजी भी सिखाओ
इस मौके पर सैलजा ने लोगों को बाबा साहेब का कथन-शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो की याद दिलाते हुए कहा कि अगर ऊपर उठना है और समाज की मुख्य धारा में शामिल होना है तो हर हाल में बच्चों को शिक्षित करना होगा, बच्चों को स्कूल भेजो, जरूरत पड़े तो उन्हें कोचिंग दिलाओ ताकि आपका बच्चा उच्च शिक्षित होकर एक अच्छा नागरिक बनने के साथ साथ एक अच्छा अधिकारी भी बने सके। सैलजा ने कहा कि आज के दौर में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान जरूरी है, अच्छा होगा कि बच्चों को अंग्रेजी सिखाओ। इसक े साथ लोगों ने उन्हें सम्मान स्वरूप जो ताज दिया था उसे सम्मान उन्होंने आयोजकों को  सौंपते हुए कहा कि जहां भी चाहों अच्छी जगह उसका प्रयोग करना।

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सांसद सैलजा 14 अप्रैल को कालांवाली में
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कुमारी सैलजा  14 अप्रैल  को  दोपहर 12.00 बजे  डॉ भीम राव अंबेडकर सभा द्वारा भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर  के 135वें जन्मोत्सव के अवसर पर अंबेडकर भवन  गांव कालांवाली जिला सिरसा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगी। वे 15 अप्रैल को सिरसा विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगी। इसके साथ ही वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेेंगी और जन समस्याएं भी सुनेंगी