तुहाडे नारयां ने महलां दियां कंधा नूं हिला दिता ए: गोकुल सेतिया
Sep 30, 2024, 13:45 IST
सिरसा 30 सितंबर सिरसा आल्यो, तुसी नजारा लाता, जित्थे भी जांदें हां, उथे आधा घंटे दी बजाय, लोकी इक घंटा तक रोकदे ने, ते सम्मान पाऊंदे ने। तुहाडे नारयां ने महलां दियां कंधा नू हिला दिता ए। उक्त बातें सिरसा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने शहर व गांवों में जनसंपर्क अभियान के दौरान उपस्थित जनसमूह से कही। गोकुल सेतिया ने कहा कि जोग लोग विधायक बनने के बाद लोगों का धन्यवाद तक करने नहीं आए, वो लोग अब अपने आप को सिरसा का सेवादार बता रहे हंै। सेतिया ने कहा कि गोआ में बैठे-बैठे अखबारों में दिखाते रहे की सिरसा के विकास पर कभी 800 करोड़ तो कभी 900 करोड़ खर्चने की बातें करते रहे। जबकि शहर की व्यवस्था क्या है, ये सिरसावासियों से छुपा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग शहर की सड़क़ों में पड़े गड्डों का भरवाने के लिए चीखते रहे, चिल्लाते रहे, हादसों का शिकार होते रहे, लेकिन इन लोगों ने कोई सुनवाई नहीं की। अब रातों रात सडक़ों के गड्ढे भरवाकर ये लोग क्या साबित करना चाहते हंै। सेतिया ने कहा कि इन लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए पूरे शहर का बेड़ा गर्क कर दिया। बात सफाई की हो, सडक़ों की हो, सीवरेज की हो, पेयजल सप्लाई की हो, हर कार्य में अधिकारियों ने मनमानी करते हुए विकास के लिए आई राशि कागजों में पूरी दिखाकर लोगों के खून पसीने की कमाई को इन सेवादारों के साथ मिलकर चाटने का काम किया। नगर परिषद में चेयरमैन रही रीना सेठी के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के खेल से इन सेवादारों की पोल भली भांति खुल गई, लेकिन बावजूद इसके ये लोग अपने आप को किस मुंह से सेवादार बता रहे हंै। सेतिया ने कहा कि जो पैसा शहर के विकास पर खर्च होना था, वो पैसा इन्होंने धर्म के प्रचार से लेकर अपने चहेतों का घर भरने में लगा दिया। अगर सिरसा का विधायक चाहता तो मजाल है कि नशा तस्कर यहां अपना जाल फैला पाते, लेकिन इन लोगों ने युवाओं को नशे की गर्त में धकेलने पर मजबूर किया, ताकि लोग इनसे जवाब ना मांगें। लोग विकास को तरसते रहे, लेकिन जनता की आवाज इन सेवादारों को सुनाई नहीं दी। सेतिया ने कहा कि अब समय बदल चुका है, जागरूक जनता को ये सेवादार अब अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में नहीं उलझा सकते। जनता भी अब ऐसे लोगों को सबक सिखाने का मन बना चुकी है। सेतिया ने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य व शहर के विकास को देखते हुए इस बार पूर्व की गलती को न दोहराते हुए एक नए सूर्योदय का आगाज करें।