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शिक्षा सत्र के अंत में अध्यापकों की ट्रेनिंग कराना शिक्षा विरोधी: कांबोज

 
शिक्षा सत्र के अंत में अध्यापकों की ट्रेनिंग कराना शिक्षा विरोधी: कांबोज

यमुनानगर, 30 जनवरी। चिराग योजना और गैर शैक्षणिक कार्यों के विरोध में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की जिला कार्यकारिणी की एक वर्चुअली बैठक सोमवार को जिला प्रधान संजय कम्बोज की अध्यक्षता में हुई।

बैठक के बाद जिला प्रधान संजय कम्बोज ने एक बयान जारी कर बताया कि सरकार चिराग जैसी योजनाएं चलाकर सार्वजनिक शिक्षा से अपना पीछा छुड़ाना चाहती है। एक तरफ तो शिक्षा के अधिकार कानून का उल्लंघन करके मॉडल स्कूलों में बच्चों से फीस ली जा रही है। दूसरी तरफ चिराग योजना के तहत बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेज कर सरकार उनकी फीस देने की बात करती है। सरकार की यह मंशा निजीकरण को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि अधिकतर स्कूल अध्यापकों की कमी को झेल रहे हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।

इतना ही नहीं जो अध्यापक हैं, उन्हें भी गैर शैक्षणिक कार्यों में उलझा कर रखा जाता है।अधिकारी अध्यापकों पर गैर शैक्षणिक कार्य जैसे परिवार पहचान पत्र का टैगिंग कार्य को करने का दबाव बना रहे है, जो न्याय संगत नहीं है। महीनेभर के बाद स्कूल खुले है, परंतु प्राथमिक शिक्षकों की पांच दिन का योग प्रशिक्षण शिविर लगा दिया है, जिससे परीक्षा के दिनों में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी। अध्यापक संघ इस प्रकार की असामायिक प्रशिक्षण व गैर शैक्षणिक कार्यों का विरोध करता है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ राज्य कमेटी के आह्वान पर 13 फरवरी से 17 फरवरी तक खंड स्तर पर चिराग योजना के विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा। 19 फरवरी को कैथल में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जायेगा। बैठक में जिला कार्यकारिणी के सभी सदस्य उपस्थित रहें।