यातायात प्रबंधन बेहतर करने में कारगर साबित होगा ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर: डीजीपी शत्रुजीत कपूर
-गुरुग्राम में स्थापित किए ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर से 218 स्थानों पर रखी जाएगी नजर
Nov 23, 2024, 19:10 IST
गुरुग्राम, 23 नवंबर गुरुग्राम में सडक़ सुरक्षा की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) ने गुरुग्राम के पहले ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर और ऑर्गनाइजेशन डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया है। इस सेंटर का उद्घाटन हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर व एचएमआईएल के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने किया। इस ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर से 218 स्थानों पर नजर रखी जाएगी। इस दौरान पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा समेत अनेक पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
अपने संबोधन में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि यह सेंटर गुरुग्राम में यातायात प्रबंधन को और बेहतर करने में कारगर साबित होंगे। जिससे की सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाकर सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकेगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आईआरटीई सडक़ सुरक्षा के लिए सडक़ इंजीनियरिंग तथा ट्रेफिक इंजीनियरिंग एक अग्रणी संस्था है। हरियाणा पुलिस इन केंद्रों के सहयोग से गुरुग्राम में सडक़ इंजीनियरिंग, ट्रेफिक इंजीनियरिंग तथा ट्रैफिक मैनेजमेंट में आपसी सहयोग से सकारात्मक परिणाम आएंगे। यह सेंटर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस है, जहां एक ही स्थान पर 1100 कैमरा को मॉनीटर किया जा सकेगा। इससे बेहतर रेस्पॉन्स टाइम का प्रबंधन करना सुगम होगा। इस सेंटर के माध्यम से यातायात को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने, दुर्घटनाओं व उनके कारणों का विश्लेषण करने, गलतियों का पता लगाने और सुधार के लिए सुझाव सांझा करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा ऑर्गनाइजेशन डेवलपमेंट सेंटर यातायात पुलिस कर्मियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करेगा। यहां पुलिस कर्मियों को शहर में यातायात के बेहतर व प्रभावी प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
हम सडक़ सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध: उनसू किम
ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर के उद्घाटन के मौके पर एचएमआईएल के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने कहा, ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन में हम अपनी ईजी रोड्स पहल के माध्यम से सडक़ सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। हरियाणा के गुरुग्राम में पहले ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर की शुरुआत इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस सेंटर से एक बार में 25 कैमरा के लाइव व्यू के साथ यातायात पुलिस अधिकारी 218 जंक्शन पर 1100 कैमरा की निगरानी कर सकेंगे। जिससे तत्काल कदम उठाना और रेस्पॉन्स टाइम को कम करना संभव होगा। यातायात पुलिस अधिकारियों को यातायात एवं दुर्घटना प्रबंधन को लेकर कौशल एवं जानकारी बढ़ाने के लिए समर्पित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। गुरुग्राम में सडक़ सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जो इसे अन्य शहरों एवं राज्यों के लिए मॉडल की तरह स्थापित करेगा।
अपने संबोधन में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि यह सेंटर गुरुग्राम में यातायात प्रबंधन को और बेहतर करने में कारगर साबित होंगे। जिससे की सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाकर सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकेगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आईआरटीई सडक़ सुरक्षा के लिए सडक़ इंजीनियरिंग तथा ट्रेफिक इंजीनियरिंग एक अग्रणी संस्था है। हरियाणा पुलिस इन केंद्रों के सहयोग से गुरुग्राम में सडक़ इंजीनियरिंग, ट्रेफिक इंजीनियरिंग तथा ट्रैफिक मैनेजमेंट में आपसी सहयोग से सकारात्मक परिणाम आएंगे। यह सेंटर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस है, जहां एक ही स्थान पर 1100 कैमरा को मॉनीटर किया जा सकेगा। इससे बेहतर रेस्पॉन्स टाइम का प्रबंधन करना सुगम होगा। इस सेंटर के माध्यम से यातायात को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने, दुर्घटनाओं व उनके कारणों का विश्लेषण करने, गलतियों का पता लगाने और सुधार के लिए सुझाव सांझा करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा ऑर्गनाइजेशन डेवलपमेंट सेंटर यातायात पुलिस कर्मियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करेगा। यहां पुलिस कर्मियों को शहर में यातायात के बेहतर व प्रभावी प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
हम सडक़ सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध: उनसू किम
ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर के उद्घाटन के मौके पर एचएमआईएल के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने कहा, ह्यूंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन में हम अपनी ईजी रोड्स पहल के माध्यम से सडक़ सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। हरियाणा के गुरुग्राम में पहले ट्रैफिक इंजीनियरिंग सेंटर की शुरुआत इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस सेंटर से एक बार में 25 कैमरा के लाइव व्यू के साथ यातायात पुलिस अधिकारी 218 जंक्शन पर 1100 कैमरा की निगरानी कर सकेंगे। जिससे तत्काल कदम उठाना और रेस्पॉन्स टाइम को कम करना संभव होगा। यातायात पुलिस अधिकारियों को यातायात एवं दुर्घटना प्रबंधन को लेकर कौशल एवं जानकारी बढ़ाने के लिए समर्पित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। गुरुग्राम में सडक़ सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जो इसे अन्य शहरों एवं राज्यों के लिए मॉडल की तरह स्थापित करेगा।