प्रॉपर्टी आईडी के नाम पर 90 हजार लोगों को चक्कर कटवाने वाले को सबक सिखाने का सही समय : गौतम सरदाना
आजाद उम्मीदवार गौतम सरदाना ने डॉ. कमल गुप्ता को बताया याशी कंपनी का उम्मीदवार
Sep 15, 2024, 19:44 IST
शहरी निकाय निदेशालय व नगर निकायों के अधिकारियों ने कमल गुप्ता के इशारे पर नहीं दिया था विजिलेंस को फिजिकल रिकॉर्ड
हिसार, 15 सितंबर आजाद उम्मीदवार गौतम सरदाना ने कहा है डा. कमल गुप्ता भारतीय जनता पार्टी के नहीं बल्कि याशी कंपनी के उम्मीदवार है। यह वही कंपनी है, जिसने प्रॉपर्टी आईडी के सर्वे में फर्जीवाड़ा एवं घोटाला करके हिसारवासियों को दो सालों तक धक्के खाने को मजबूर कर दिया था।
गौतम सरदाना ने रविवार को कहा कि उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल 2022 को नगर निगम हाउस द्वारा याशी कंपनी की पेमेंट रोकने, सर्वे दोबारा करवाने एवं सर्वें की जमीनी स्तर पर जांच करवाने की मांग के बावजूद भी शहरी निकाय विभाग के मंत्री डा. कमल गुप्ता ने उस कंपनी को न केवल क्लीन चिट दे दी, बल्कि उसकी पेमेंट तुरंत करवा दी। उन्होंने कहा कि शहर के 90 हजार लोगों को नगर निगम के चक्कर कटवाने वाली याशी कंपनी का पक्ष लेकर डा. कमल गुप्ता ने हिसार व हरियाणावासियों के जख्मों पर नमक छिडक़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हिसार की जनता को दर-दर की ठोकरे खिलाने वाली कंपनी के हिमायती की जमानत इस बार के विधानसभा चुनावों में हर हाल में जब्त होगी। उन्होंने कहा याशी कंपनी टिकट तो दिलवा सकती है, मगर वोट नहीं।
आजाद उम्मीदवार गौतम सरदाना ने कहा है कि टेंडर नियमों के अनुसार कंपनी के सर्वे में यदि पांच प्रतिशत से अधिक गलती, खामियां या कोई कमी मिलती है तो उसे यह सर्वे दोबारा करना होगा। यदि सर्वे में इससे अधिक गलतियां पाई जाती है तो कंपनी पर दोबारा सर्वे व 2 से 4 गुणा जुर्माने का प्रावधान था। तथा 20 प्रतिश्त से ज्यादा गलती पर टेंडर रद्द किया जाना था। लेकिन इन सब बातों दरकिनार किया गया। मगर यहां तो याशी कंपनी ने जो सर्वे किया वह 95 फीसदी ही गलत था। उसके बावजूद भी कंपनी को बिना किसी फिजिकल वेरिफिकेशन के इसका भुगतान करवा दिया गया। जो कि नियमों के पूर्ण रूप से गलत था। सरदाना के अनुसार उन्होंने अपने स्तर पर हर संभव प्रयास किया लेकिन मेरी सारी कोशिशों को रुकवाने का काम किया गया।
गौतम सरदाना ने रविवार को कहा कि उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल 2022 को नगर निगम हाउस द्वारा याशी कंपनी की पेमेंट रोकने, सर्वे दोबारा करवाने एवं सर्वें की जमीनी स्तर पर जांच करवाने की मांग के बावजूद भी शहरी निकाय विभाग के मंत्री डा. कमल गुप्ता ने उस कंपनी को न केवल क्लीन चिट दे दी, बल्कि उसकी पेमेंट तुरंत करवा दी। उन्होंने कहा कि शहर के 90 हजार लोगों को नगर निगम के चक्कर कटवाने वाली याशी कंपनी का पक्ष लेकर डा. कमल गुप्ता ने हिसार व हरियाणावासियों के जख्मों पर नमक छिडक़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हिसार की जनता को दर-दर की ठोकरे खिलाने वाली कंपनी के हिमायती की जमानत इस बार के विधानसभा चुनावों में हर हाल में जब्त होगी। उन्होंने कहा याशी कंपनी टिकट तो दिलवा सकती है, मगर वोट नहीं।
आजाद उम्मीदवार गौतम सरदाना ने कहा है कि टेंडर नियमों के अनुसार कंपनी के सर्वे में यदि पांच प्रतिशत से अधिक गलती, खामियां या कोई कमी मिलती है तो उसे यह सर्वे दोबारा करना होगा। यदि सर्वे में इससे अधिक गलतियां पाई जाती है तो कंपनी पर दोबारा सर्वे व 2 से 4 गुणा जुर्माने का प्रावधान था। तथा 20 प्रतिश्त से ज्यादा गलती पर टेंडर रद्द किया जाना था। लेकिन इन सब बातों दरकिनार किया गया। मगर यहां तो याशी कंपनी ने जो सर्वे किया वह 95 फीसदी ही गलत था। उसके बावजूद भी कंपनी को बिना किसी फिजिकल वेरिफिकेशन के इसका भुगतान करवा दिया गया। जो कि नियमों के पूर्ण रूप से गलत था। सरदाना के अनुसार उन्होंने अपने स्तर पर हर संभव प्रयास किया लेकिन मेरी सारी कोशिशों को रुकवाने का काम किया गया।