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सांपला में सीताराम हलवाई से एक करोड रूपये रंगदारी मांगने वाले तीन गिरफ्तार


वारदात से पहले शराब पीकर आरोपियों ने बनाई थी पूरी प्लानिग 
 
 सांपला में सीताराम हलवाई से एक करोड रूपये रंगदारी मांगने वाले तीन गिरफ्तार 
 सीसीटीवी फूटेज की मदद से पुलिस ने किया मामले का खुलासा
रोहतक, 10 फ़रवरी  सांपला में सीताराम हलवाई की दुकान पर फायरिंग कर एक करोड रूपये मांगने की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि वारदात की पूरी प्लानिंग गांव खेडी साध निवासी एक आरोपी ने रची थी और अपने दोस्तों के साथ शराब पीकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त गाड़ी व हथियार भी अपने कब्जे में ले लिए है। पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने बताया कि सात फरवरी को सांपला स्थित अनाज मंडी में सीताराम हलवाई की दुकान पर काली स्कार्पियो में सवार युवकों ने फायरिंग की थी और पर्ची फैक कर एक करोड की डिमांड की थी। आरोपियों ने पर्ची में अमन भैंसवाल के नाम भाऊ गैंग लिखा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने चार टीमों का गठन किया था और मामले की निगरानी स्वयं पुलिस अधीक्षक कर रहे थे। देर रात पुलिस ने गांव खेड़ी साध हाल सांपला निवासी नवीन उर्फ भांजा, गांव छारा निवासी अमित उर्फ मीता व आंसडा निवासी कपिल उर्फ भोलू को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान सामने आया कि शराब के नशे में उन्होंने यह साजिश रची थी और एक प्लान के मुताबित वारदात को अंजाम दिया था।
सांपला में ही बनाई थी वारदात की योजना
जांच पड़ताल के दौरान खुलासा हुआ कि मामले में मुख्य आरोपी नवीन गांव खेडी साध का रहने वाला है और हाल फिलाल अपने मामा के यहां सांपला में रह रहा है। वारदात में जो हथियार इस्तेमाल किया गया है, वह भी नवीन के मामा का है, जिसकी 2020 में मौत हो गई थी। साथ ही यह बात भी सामने आई कि नवीन व अमित के खिलाफ पहले भी अपराधिक मामला दर्ज है। नवीन ने करीब पांच साल पहले एक युवक पर गोली चलाई थी, जिस मामले में करीब वह दस महीने जेल में रहा था। अमित उर्फ मीता के खिलाफ भी केस दर्ज है। वारदात में प्रयुक्त की गाडी भी अमित उर्फ मीता की है और उसने करीब ढाई महीने पहले ही यह गाड़ी खरीदी थी। सांपला में गाड़ी में ही बैठकर वारदात की योजना बनाई थी। फायरिंग मामले में गिरफ्तार किये गए आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि उनका किसी भी गैंग के साथ कोई संबंध नहीं है।