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एसडीएम ऑफिस ऐलनाबाद में करोड़ों के घोटाले में दो पुलिस अधिकारियों की भूमिका संदेहजनक, गिर सकती है गाज तत्कालीन डीएसपी व थाना प्रभारी को शामिल करने के निर्देश जारी

 
  एसडीएम ऑफिस ऐलनाबाद में करोड़ों के घोटाले में दो पुलिस अधिकारियों की भूमिका संदेहजनक, गिर सकती है गाज   तत्कालीन डीएसपी व थाना प्रभारी को शामिल करने के निर्देश जारी
 रानियां, 13 दिसंबर 

 ऐलनाबाद उपमंडल कार्यालय में करोड़ों रुपए के घोटाले में जहां तीन कर्मचारियों पर जांच चल रही है वहीं इस मामले में जिला उपायुक्त कार्यालय सिरसा ने जांच पड़ताल में पुलिस के दो अधिकारियों की संतलिपत्ता पाई है। जिसे लेकर जिला उपाय कार्यालय की ओर से भेजे गए पत्र में जिला पुलिस अधीक्षक को दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की जानी है । इस पत्र के जारी होने से पुलिस महक में हड़कंप मच गया है । वर्तमान में जिला पुलिस अधीक्षक दीपक सहारण के कड़े तेवर को लेकर दोनों अधिकारियों पर गाज गिरना लगभग तय है । इस घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच करवाने के लिए आरोपी कुलदीप सिंह निवासी मंगालिया की पत्नी कौशल्या व वृद्ध माता शकुंतला देवी व उनके नजदीकी रिश्तेदारों ने शपथ पत्र जिला उपायुक्त को प्रस्तुत किए थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला उपयुक्त ने जांच के क्रमवार आगे बढ़ाया । जांच के दौरान ऐलनाबाद के तत्काल डीएसपी जगत सिंह मोर व थाना प्रभारी सुरेश कुमार की भूमिका संदेह जनक पाई गई । जिला उपायुक्त ने जिला पुलिस अधीक्षक को पत्राचार करते हुए दोनों अधिकारियों के खिलाफ आगामी कार्रवाई करने की अनुशंसा की है । अब देखना यह है कि जिला पुलिस अधीक्षक इस मामले को कितना गंभीरता से लेते हैं । 

आरोपी के परिजनों में शकुंतला देवी व उनके समधि ने बताया कि ऐलनाबाद उपमंडल कार्यालय में कार्यरत तीन लिपिकों पर 2 करोड़ 32 लाख रुपए के घोटाले का आरोप लगा तथा अप्रैल 2023 में मामला दर्ज किया गया ।

 आरोप है कि थाना प्रभारी ने कुलदीप सिंह के घर व नजदीकी रिश्तेदारों के अलावा करीवाला के एक व्यक्ति से कुल मिलाकर 16 लाख रुपए की राशि वसूल किए है। जबकि थाना प्रभारी ने सरकारी रिकॉर्ड में मात्र डेढ़ लाख रुपए की वसूली दर्शाई गई है। आरोप है कि इसी प्रकार लिपिक विक्रम से अढाई लाख रुपए वसूल किए लेकिन चालान में 60 हजार की राशि दर्शाई गई है । लिपिक जितेंद्र से 240000 रुपए की राशि वसूल करके सरकारी रिकॉर्ड में एक लाख की रिकवरी चालान में दर्शाई गई है । शपथ पत्र में शकुंतला देवी ने बताया कि थाना प्रभारी ने डरा धमका कर, दबाव बनाकर व गुमराह करते हुए करीवाला के एक परिचित व्यक्ति से भी लाखों रुपए की वसूली की है । 

आरोप है कि पुलिस थाना प्रभारी ने आरोपियों को प्रताड़ित किया तथा उनके परिचितों को डरा धमकाकर मोटी राशि वसूल की है और सरकारी रिकॉर्ड में बहुत कम रिकवरी दर्शाई गई है जोकि प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति की धज्जियां उड़ा रही है। आरोप है कि ऐलनाबाद पुलिस थाना प्रभारी इसी इलाके के रहने वाले है जिन्होंने पुलिस विभाग को गुमराह करके विभागीय नियमों को ताक पर रखकर गृह क्षेत्र में नौकरी करते हुए उन्हें नुकसान पहुंचा है।

क्या है पूरा मामला : -

लगभग 3 वर्ष पूर्व एसडीएम कार्यालय में सरकारी फीस खजाने में जमा होने वाली बजाय एक प्राइवेट व्यक्ति के माध्यम से डकार ली गई। कार्यालय के बड़े अधिकारियों ने इस और जरा भी ध्यान नहीं दिया जिसके चलते लंबे समय तक यह खेल जारी रहा। मुख्यालय के संज्ञान में आने के बाद बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ। जिसके उपरांत तीन सरकारी कर्मचारी व एक प्राइवेट व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया तथा जेल भी जाना पड़ा। पुलिस ने इस मामले के आरोपियों से मामूली रिकवरी दर्शाई गई है जबकि पुलिस थाना प्रभारी द्वारा मोटी राशि का गबन किए जाने का मामला उजागर हुआ है। मामले की जांच के लिए आरोपी कुलदीप की पत्नी कौशल्या, वृद्ध माता शकुंतला व उनके रिश्तेदारों ने की है।