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निर्माण के दो माह बाद ही टूटने लगी है सडक़

 आढ़ती एसोसिएशन ने सीएम विंडो के माध्यम से भेजी सीएम को शिकायत
 
 निर्माण के दो माह बाद ही टूटने लगी है सडक़ 
 सिरसा, 22 जून। सिरसा के जनता भवन रोड को कबीर चौक होते हुए सी ब्लॉक से जोडऩे वाली सडक़ निर्माण कार्य के दो माह बाद ही टूटने लगी है। नई बनाई गई इस कंकरीट की सडक़ से कई स्थानों पर बजरी निकलने लगी है। इससे आशंका पैदा होती है कि सडक़ निर्माण में ठेकेदार ने नियमानुसार सामग्री इस्तेमाल नहीं की है। इसी आशंका को ध्यान में रखते हुए आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता ने सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा नायब सिंह सैनी को शिकायत भेजी है।
अपनी शिकायत में प्रधान मनोहर मेहता ने लिखा है कि जनता भवन से कबीर चौक होते हुए सी ब्लॉक तक की जर्जर सडक़ को बनवाने के लिए मंडी के आढ़तियों ने लंबे समय तक संघर्ष व प्रदर्शन किया था। आढ़तियों के संघर्ष के बाद ही प्रशासन का ध्यान इस जर्जर सडक़ की ओर गया तथा सडक़ निर्माण के लिए 1 करोड़ 75 लाख रुपयों का टेंडर जारी किया गया। उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने सडक़ तो बना दी, मगर पहले कबीर चौक के पास एक बड़ा हिस्सा बिना बनाए ही छोड़ दिया था। उस वजह से मंडी में आने वाले भारी वाहन व धान से लदे ट्रक-ट्रॉलियां धंसकर पलट चुके थे। उसे लेकर आढ़तियों ने फिर से आंदोलन किया तो बचा हुआ हिस्सा भी बना दिया, मगर हैरानी की बात है कि अभी सडक़ को बने हुए दो माह ही पूरे हुए हैं, और सडक़ फिर से टूटने लगी है। कई स्थानों से सडक़ में बजरी निकल रही है। प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सडक़ की हालत को देखकर लग रहा है कि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने सीएम को भेजी गई शिकायत में मांग की है कि सडक़ निर्माण कार्य की उच्च स्तर पर जांच करवाई जाए तथा संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई हो ताकि सरकारी पैसे का इस तरह से दोबारा कोई दुरुपयोग न कर पाए।
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मंडी में सीवर का बुरा हाल
सिरसा अनाजमंडी में सीवर व्यवस्था का बुरा हाला है। मंडी में सीवर हर समय ओवरफ्लो रहते हैं जिस वजह से सीवर का पानी सडक़ पर बहता रहता है। बारिश के दिनों में यह समस्या और अधिक बढ़ जाती है। प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सिरसा मंडी में कई दशक पहले सीवर लाइन डाली गई थी। उस वक्त आबादी कम थी, लिहाजा कोई समस्या नहीं आई। अब धीरे-धीरे आबादी बढ़ रही है। इस वजह से सीवर लाइन छोटी पड़ रही है। सीवर लाइन में सीवर का पानी ही आसानी से नहीं जाता है। बारिश का पानी भी जब सीवर में जाता है तो लाइन की क्षमता कम होने की वजह से पानी वापस ओवरफ्लो होकर सडक़ पर बहने लगता है। इस कारण आढ़तियों को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मंडी व मंडी के बाहर कई स्थानों पर सडक़ें भी क्षतिग्रस्त हैं। इसलिए प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए।