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एमडीयू के बाहर छात्रों ने पकौडे बनाकर बढ़ी हुई फीस वृद्धि का किया विरोध

 छात्र बोले, सरकार शिक्षा का निजीकरण कर गरीब बच्चों से छीन रही शिक्षा का अधिकार
 
  एमडीयू के बाहर छात्रों ने पकौडे बनाकर बढ़ी हुई फीस वृद्धि का किया विरोध
रोहतक, 3 जून  महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा पाठ्यक्रमों की भारी फीस वृद्धि के विरोध में सोमवार को छात्रों ने अनोखे तरीक्के से रोष प्रदर्शन किया। छात्रों ने एमडीयू के गेट के बाहर स्टाल लगाकर पकौडे बनाए और बढ़ी हुई फीस को लेकर विरोध जताया। छात्रों ने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा का निजीकरण कर गरीब व मध्यवर्गीय परिवारों के बच्चों से शिक्षा का अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है।
छात्रों ने चेताया कि अगर जल्द एमडीयू ने इस छात्र विरोधी फैसले को वापिस नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होगे। साथ ही जल्द छात्र इस संबंध में राज्यपाल से भी मुलाकात करेगे। छात्र नेता दीपक धनखड़ ने बताया कि हाल ही में एमडीयू प्रशासन ने स्नातक कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर प्रॉस्पेक्टस जारी किया है। इसमें नई शिक्षा नीति के तहत नए कोर्स शुरू किए गए हैं, जिन कोर्सो की फीस पांच गुना तक बढ़ा दी गई है, जोकि छात्रों के हित में नहीं है। गरीब व मध्यवर्गीय परिवार के छात्र इतनी भारी भरकम फीस अदा नहीं कर पाएंगे, जिसके चलते वह शिक्षा से वंचित हो जाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी संस्थानों में खुलेआम हो रही फीस की लूट ने गरीब व मध्यम वर्ग के बेटे-बेटियों के लिए पढ़ाई मुश्किल नहीं, असंभव बना दी है। साथ ही एमडीयू में अब पढ़ाई केवल अमीरों और धनाढ्य लोगों के बच्चों की रह गई है। उन्होंने कहा कि पहले यूजी पाठ्यक्रम की फीस लगभग 8500 रुपए थी वह बढक़र अब 40 से 60 हजार तक कर दी गई है । इसी तरह से अन्य कोर्सो की फीस में भी पांच गुणा तक बढ़ोतरी की गई है, जोकि सरासर गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि फीस बढ़ाकर सीधा-सीधा निजी शिक्षण संस्थाओं को फायदा पहुंचाया जा रहा है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर अमन आलडिया, रॉबिन मलिक, सचिन दलाल, अंकित अहलावत व ललित सैनी, नितिन डांगी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।