बेटे भाग्य से मिलते हैं और बेटियां सौभाग्य से मिलती हैं: भसीन
आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रो. कैलाश भसीन की पुस्तक समर्पण को अर्पण का शानदार विमोचन
इससे पहले विशिष्ठ अतिथि क्षेत्रीय संघ चालक उतरक्षेत्र सीताराम व्यास,विजयनंदन जी प्रांत प्रचारक चितौड़ प्रांत ने अपने विचार रखे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि यह पूरा कार्यक्रम ईश्वर की मर्जी से हुआ है। प्रो. कैलाश भसीन जी का पूरा जीवन संघर्ष पूर्ण रहा है। इनके हर संघर्ष पर एक पुस्तक लिखी जा सकती है। इनके जीवन से हम सभी को प्रेरणा मिलती है। भसीन जी ने हमेशा अनुशासन कायम रखा। कोई भी कार्यक्रम हो समय पर पहुंचते हैं। इनका समर्पण काबिले तारिफ है। इस मौके पर डॉ. चारू ने भी समर्पण को अर्पण पुस्तक के बारे में विस्तार से उपस्थित लोगों को जानकारी दी। कार्यक्रम के शुरूआत में डॉ. रामसिंह राजावत ने समर्पण को अर्पण पुस्तक की समीक्षा करते हुये बताया कि प्रां. कैलाश भसीन जी का जीवन कितना संघर्ष पूर्ण रहा है। पुस्तक में विभाजन की टीस के अलावा कई बातों का जिक्र है। पुस्तक सात खंडों में विभाजित है। यह पुस्तक प्रो. कैलाश भसीन जी के जीवन की कभी न रूकने वाली यात्रा है। डॉ. चारू की पुस्तक अन्तर्द्वंद्व की समीक्षा कवियत्री मीनाक्षी आहुजा ने बड़े ही शानदार ढंग से की। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन अमित जागिड़, रूकमानंद ने किया। इस मौके पर सांसद निहालचंद, जयदीप बिहाणी, जगदीश चोपड़ा पूर्व सलाहकार मुख्यमंत्री हरियाणा, अमरचंद बोरड़, महेश पेडीवाल, सीताराम मोर्य, महेन्द्र सिंह सोढ़ी, गुरबलपालसिंह संधू सहित अनेक गढयमान्य लोग उपस्थित थे।