श्री सालासर बालाजी अंजनेय महोत्सव (हनुमान जयंती)-2025 भक्ति, श्रद्धा और आत्मिक जागरण का अद्वितीय संगम
---- बैंगलोर में होगा दिव्य आयोजन, 12 से 14 अप्रैल तक श्रद्धालु होंगे कृतार्थ
Apr 10, 2025, 12:38 IST

-भिवानी10 अप्रैल श्री सालासर बालाजी मंदिर बैंगलोर में आगामी 12 से 14 अप्रैल तक आयोजित होने वाला अंजनेय महोत्सव (हनुमान जयंती) 2025 एक दिव्य और अभूतपूर्व आयोजन होगा, जिसमें भक्तों को भक्ति, अध्यात्म और धार्मिक अनुष्ठानों की अनुपम अनुभूति प्राप्त होगी। यह भव्य तीन दिवसीय महोत्सव सिद्धगुरुवर सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरूवांद स्वामी जी के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में संपन्न होगा। महोत्सव के माध्यम से श्रद्धालु पवित्र अनुष्ठानों, आध्यात्मिक प्रवचनों, भक्ति संगीत और आध्यात्मिक समागमों का लाभ उठा सकेंगे। यह जानकारी देते हुए सरला बोथरा ग्लोबल महिला चेयरपर्सन (श्री सिद्धेस्वर तीर्थ ब्रह्मऋषि आश्रम तिरुपति) ने बताया कि महोत्सव का शुभारंभ 12 अप्रैल को होगा, जब श्रद्धालुओं के लिए सुबह सात बजे से अन्नदान का आयोजन किया जाएगा, जिससे भक्त पुण्य लाभ प्राप्त कर सकेंगे। दोपहर में एक बजे से सुंदरकांड पाठ होगा, जिसका वाचन प्रसिद्ध महेंद्र स्वामी करेंगे। इसके बाद, शाम चार बजे से विशेष हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पन्ना लाखा गिल एवं उनकी भक्ति संगीत मंडली भजन संध्या प्रस्तुत करेंगे।उन्होंने बताया कि 1& अप्रैल को शिला पूजन होगा, साथ ही एक और भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस दिन सिद्धगुरुवर द्वारा गुरु आशीर्वाद एवं कल्याणकारी प्रार्थनाएं कराई जाएंगी, जो भक्तों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेंगी। महोत्सव का मुख्य आकर्षण 14 अप्रैल को गर्भगृह पूजन होगा, जिसमें सिद्धगुरुवर सिद्धेश्वर जी की दिव्य उपस्थिति रहेगी। यह अवसर श्रद्धालुओं को भगवान हनुमान की कृपा और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने का अनुपम अवसर प्रदान करेगा। इस महोत्सव में शामिल होकर श्रद्धालु भगवान हनुमान के साथ अपनी भक्ति और श्रद्धा को और भी गहरा करेंगे, साथ ही आत्मिक जागरण का अनुभव करेंगे। रमेश सांखला राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि इस आयोजन में भाग लेना न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि आत्मशुद्धि और आंतरिक जागरण का एक अनमोल अवसर है। साथ ही, सनातन परंपराओं में भगवान हनुमान को अडिग श्रद्धा, अखंड भक्ति और आत्मसमर्पण का प्रतीक माना गया है। वे केवल भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी नहीं करते, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक उत्थान का मार्ग भी दिखाते हैं। इस महोत्सव के माध्यम से श्रद्धालु भगवान हनुमान की उपस्थिति में आंतरिक शांति और शक्ति का अनुभव करेंगे।
उन्होंने बताया कि हनुमान जी की महिमा का बखान करते हुए यह श्लोक कहा जाता है: कि "अतुलित बलधामं हेमशैलाभदेहम्। दनुजवन कृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।।" अर्थात, वे अतुलनीय बल के धाम हैं, उनकी देह स्वर्ण पर्वत के समान दमकती है और वे असुरों के लिए अग्नि स्वरूप हैं। इस महोत्सव में भाग लेकर श्रद्धालु उनके आशीर्वाद का अनुभव करेंगे और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेंगे। अतुल सुरेका बैंगलोर अध्यक्ष ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इस पावन अवसर पर अपने परिवार के साथ उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें और इस दिव्य आयोजन को सफल बनाएं। यह महोत्सव सभी भक्तों को भगवान हनुमान जी की भक्ति में लीन होने, उनकी कृपा प्राप्त करने और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा।