मजदूर के अकाउंट में आए 200 करोड़ रुपए
बैंक अकाउंट को रोका गया; यूपी पुलिस पूछताछ करने पहुंची
Sep 6, 2023, 14:33 IST

चरखी दादरी, 06 सितंबर। चरखी दादरी जिले में मजदूर के बैंक खाते में अचानक 200 करोड़ रुपए जमा होने का दिलचस्प मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ, जब उत्तर प्रदेश पुलिस पूछताछ करने के लिए उसके घर पहुंची। पुलिस ने बताया कि मजदूर के बैंक खाते में हुई इतनी बड़ी रकम ट्रांजैक्शन को देखकर गुजरात पुलिस ने खाता होल्ड करा लिया। फिलहाल मजदूर को समझ नहीं आ रहा कि उसका खाता बैंक में कैसे खुला और इतनी बड़ी रकम किसने और क्यों जमा कराई।
चचेरे भाई प्रदीप ने बताई पूरी कहानी
चरखी दादरी के बेरला का रहने वाला विक्रम 8वीं पास है। विक्रम के चचेरे भाई प्रदीप ने बताया कि बीती 2 सितंबर को अचानक यूपी पुलिस उनके घर पहुंची। इस टीम में एक इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल शामिल थे। पुलिस ने बताया कि उनके साथ बाढड़ा पुलिस का कॉन्स्टेबल भी था।
पुलिस बोली, फ्रॉड किया है
पुलिस ने पूछताछ की तो विक्रम ने मना कर दिया कि उसका न तो कोई ऐसा कोई बैंक खाता है और न ही उसके पास इतनी रकम आई है। इसके बाद पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर उसे साथ ले जाने की कोशिश की। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध किया। पुलिस ने कहा कि विक्रम ने फ्रॉड किया है। जब प्रदीप ने पुलिस से इस संबंध में कोई कोर्ट नोटिस या वारंट मांगा तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। उन्होंने यूपी पुलिस से यह भी पूछा कि लोकल पुलिस चौकी में इस बारे में सूचना दी गई है या नहीं।
इसके जवाब में पुलिस ने कहा कि विक्रम ने फोन पर धमकी देकर यूपी के किसी सोनी जी से धमकी देकर 60 हजार रुपए जमा कराए हैं। पुलिस ने ये भी कहा कि मोबाइल नंबर के आधार पर उसे अरेस्ट कर रहे हैं। इस पर पुलिस को बताया गया कि मोबाइल नंबर कंपनी के विवेक का है, विक्रम का नहीं। पुलिस टीम 3 दिन बाद पेश होने का कहकर उससे पूछताछ के बाद वापस लौट गई।
चचेरे भाई प्रदीप ने बताई पूरी कहानी
चरखी दादरी के बेरला का रहने वाला विक्रम 8वीं पास है। विक्रम के चचेरे भाई प्रदीप ने बताया कि बीती 2 सितंबर को अचानक यूपी पुलिस उनके घर पहुंची। इस टीम में एक इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल शामिल थे। पुलिस ने बताया कि उनके साथ बाढड़ा पुलिस का कॉन्स्टेबल भी था।
पुलिस बोली, फ्रॉड किया है
पुलिस ने पूछताछ की तो विक्रम ने मना कर दिया कि उसका न तो कोई ऐसा कोई बैंक खाता है और न ही उसके पास इतनी रकम आई है। इसके बाद पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर उसे साथ ले जाने की कोशिश की। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध किया। पुलिस ने कहा कि विक्रम ने फ्रॉड किया है। जब प्रदीप ने पुलिस से इस संबंध में कोई कोर्ट नोटिस या वारंट मांगा तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया। उन्होंने यूपी पुलिस से यह भी पूछा कि लोकल पुलिस चौकी में इस बारे में सूचना दी गई है या नहीं।
इसके जवाब में पुलिस ने कहा कि विक्रम ने फोन पर धमकी देकर यूपी के किसी सोनी जी से धमकी देकर 60 हजार रुपए जमा कराए हैं। पुलिस ने ये भी कहा कि मोबाइल नंबर के आधार पर उसे अरेस्ट कर रहे हैं। इस पर पुलिस को बताया गया कि मोबाइल नंबर कंपनी के विवेक का है, विक्रम का नहीं। पुलिस टीम 3 दिन बाद पेश होने का कहकर उससे पूछताछ के बाद वापस लौट गई।