कच्चे स्वास्थ्य कर्मियों को जल्द मिले वर्दी, जूते व सुरक्षा उपकरण: सुमित ऋषि
Nov 7, 2024, 13:52 IST
यमुनानगर, 7 नवंबर नागरिक अस्पताल यमुनानगर में कच्चे स्वास्थ्य कर्मियों को वर्दी पहनने के लिए बाध्य निर्णय के खिलाफ कर्मचारी कल्याण संघ हरियाणा द्वारा एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई।जिसकी अध्यक्षता जिला प्रधान सुमित ऋषि द्वारा की गई और बैठक का संचालन जिला सचिव नरेश कुमार द्वारा किया गया।
गुरुवार जिला प्रधान सुमित ऋषि ने बताया कि नागरिक अस्पताल के एचकेआरएन कर्मचारियों को अस्पताल प्रशासन द्वारा वर्दी पहनने के लिए बाधित किया जा रहा है, जबकि अस्पताल में कर्मचारियों का अभाव होने के कारण भी एचकेआरएन के कर्मचारी पूरी ईमानदारी और मेहनत से अपना कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन को कर्मचारियों के लिए वर्दी एवम जूते और सुरक्षा उपकरण टूलकिट सरकार से उपलब्ध करवाने के बजाए कच्चे कर्मचारियों का शोषण एवम् मानसिक तौर पर वर्दी पहनने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
एचकेआरएन सहित अन्य संगठनों द्वारा कई बार सरकार के साथ दो दौर की बातचीत हो चुकी है और सरकार ने आश्वासन दे रखा है कि कर्मचारियों की वर्दी भत्ता की फाइल आगे वित्तीय विभाग में भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि एक सितंबर 2022 को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा लिखित आदेश प्रदेश के सभी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी किए गए थे कि जब तक इन कर्मचारियों को वर्दी, जूते या वर्दी भत्ता नहीं दिया जाता, तब तक किसी भी कर्मचारी को वर्दी पहनने के लिए बाधित नहीं किया जाएगा।
बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन सिर्फ इन कर्मचारियों को ही निशाना बना रहा है,जबकि अस्पताल में कार्यरत अधिकारी से लेकर पक्के कर्मचारी सरकार द्वारा वर्दी भत्ता और धुलाई के पैसे मिलने के बावजूद भी अपनी पूरी वर्दी पहन कर ड्यूटी पर नहीं आते। अस्पताल प्रशासन द्वारा केवल इन कर्मचारियों को ही क्यों वर्दी के लिए प्रताड़ित किया जाता है।
गुरुवार जिला प्रधान सुमित ऋषि ने बताया कि नागरिक अस्पताल के एचकेआरएन कर्मचारियों को अस्पताल प्रशासन द्वारा वर्दी पहनने के लिए बाधित किया जा रहा है, जबकि अस्पताल में कर्मचारियों का अभाव होने के कारण भी एचकेआरएन के कर्मचारी पूरी ईमानदारी और मेहनत से अपना कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन को कर्मचारियों के लिए वर्दी एवम जूते और सुरक्षा उपकरण टूलकिट सरकार से उपलब्ध करवाने के बजाए कच्चे कर्मचारियों का शोषण एवम् मानसिक तौर पर वर्दी पहनने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
एचकेआरएन सहित अन्य संगठनों द्वारा कई बार सरकार के साथ दो दौर की बातचीत हो चुकी है और सरकार ने आश्वासन दे रखा है कि कर्मचारियों की वर्दी भत्ता की फाइल आगे वित्तीय विभाग में भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि एक सितंबर 2022 को महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा लिखित आदेश प्रदेश के सभी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी किए गए थे कि जब तक इन कर्मचारियों को वर्दी, जूते या वर्दी भत्ता नहीं दिया जाता, तब तक किसी भी कर्मचारी को वर्दी पहनने के लिए बाधित नहीं किया जाएगा।
बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन सिर्फ इन कर्मचारियों को ही निशाना बना रहा है,जबकि अस्पताल में कार्यरत अधिकारी से लेकर पक्के कर्मचारी सरकार द्वारा वर्दी भत्ता और धुलाई के पैसे मिलने के बावजूद भी अपनी पूरी वर्दी पहन कर ड्यूटी पर नहीं आते। अस्पताल प्रशासन द्वारा केवल इन कर्मचारियों को ही क्यों वर्दी के लिए प्रताड़ित किया जाता है।