राहुल गांधी की यात्रा का हरियाणा में नही होगा असर: स्मृति ईरानी
Sep 30, 2024, 20:08 IST
रोहतक, 30 सितंबर हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर जमकर कटाक्ष किए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अडानी पर सवाल उठा रहे हैं और अडानी के साथ तो राबर्ट वाड्रा भी देखे जाते हैं तो क्या राबर्ट वाड्रा भी भ्रष्टाचारी हैं। सोमवार को स्मृति ईरानी रोहतक स्थित भाजपा मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी।
उन्होंने राहुल गांधी द्वारा भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा के हाथ मिलवाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि हाथ मिलवाने से कुछ नहीं होता दिल तो नहीं मिले। अगर हिम्मत है तो कांग्रेस पार्टी शैलजा को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करे और भूपेंद्र सिंह हुड्डा उसका समर्थन करें। राहुल गांधी के डोंकी के माध्यम से विदेश में जाने वाले युवाओं पर सवाल उठाने पर भी स्मृति ईरानी ने कहा कि देश का युवा अब विदेशों में भी सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही किसानों की सच्ची हितैषी है। इसलिए डीबीटी के माध्यम से 12550 करोड रुपए किसानों के खाते में पहुंचा दिए गए हैं। हरियाणा की जनता के खातों में सीधा पैसा पहुंचा जा रहा है। भाजपा वरिष्ठ नेत्री श्रीमती ईरानी ने भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा के हाथ मिलाने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि उनके केवल हाथ मिलेंगे, लेकिन क्या आपस में दिल भी मिलें है? ऐसा मिलाप ही क्या जो मजबूरी में हुआ हो।
उन्होंने राहुल गांधी द्वारा भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा के हाथ मिलवाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि हाथ मिलवाने से कुछ नहीं होता दिल तो नहीं मिले। अगर हिम्मत है तो कांग्रेस पार्टी शैलजा को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करे और भूपेंद्र सिंह हुड्डा उसका समर्थन करें। राहुल गांधी के डोंकी के माध्यम से विदेश में जाने वाले युवाओं पर सवाल उठाने पर भी स्मृति ईरानी ने कहा कि देश का युवा अब विदेशों में भी सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही किसानों की सच्ची हितैषी है। इसलिए डीबीटी के माध्यम से 12550 करोड रुपए किसानों के खाते में पहुंचा दिए गए हैं। हरियाणा की जनता के खातों में सीधा पैसा पहुंचा जा रहा है। भाजपा वरिष्ठ नेत्री श्रीमती ईरानी ने भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा के हाथ मिलाने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि उनके केवल हाथ मिलेंगे, लेकिन क्या आपस में दिल भी मिलें है? ऐसा मिलाप ही क्या जो मजबूरी में हुआ हो।