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राहुल व खड़गे जिला अध्यक्षों को पढ़ाएंगे अनुशासन का पाठ ​​​​​​​

 -प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र ने ली बैठक
 
  राहुल व खड़गे जिला अध्यक्षों को पढ़ाएंगे अनुशासन का पाठ ​​​​​​​
 -कांग्रेस विधायक दल करेगा राज्यपाल से मुलाका
चंडीगढ़, 3 नवंबर  हरियाणा कांग्रेस ने संगठन में नई जान फूंकने और अनुशासन लागू करने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता वाली पहली मासिक संगठनात्मक बैठक में जिलाध्यक्षों की कार्यप्रणाली की समीक्षा के साथ-साथ आने वाले महीनों के लिए पार्टी के रणनीतिक रोडमैप पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा दोनों सह-प्रभारी प्रफुल्ल गुढथे और जितेंद्र बघेल मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया है कि हर माह बैठक करके जिला अध्यक्षों के कामकाज की समीक्षा होगी। राव ने कहा कि अब संगठन बैठकों का नहीं, बल्कि परिणामों का मंच होगा। दिसंबर में 10 दिन का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी भाग लेंगे। इससे पहले हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर राज्यपाल से मिलने का निर्णय लिया गया।
हुड्डा ने अनुशासन पर सख्त रुख दिखाते हुए कहा कि पार्टी लाइन से बाहर जाने वालों पर कार्रवाई होगी। बैठक में जिलाध्यक्षों से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों तक ने संगठन की मजबूती, जिला कार्यकारिणी के गठन और बूथ स्तर तक पहुंच बढ़ाने के मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। राव नरेंद्र सिंह ने हाल ही में जारी अपने पत्र में स्पष्ट किया था कि अब जिलाध्यक्षों के कामकाज की हर माह समीक्षात्मक बैठक होगी। इसी क्रम में सोमवार की बैठक को इस नए अनुशासन चक्र की शुरुआत माना गया। जिलाध्यक्ष फाइलों के ढेर के साथ पहुंचे। इनमें दर्ज था उनका पूरा संगठनात्मक रिकॉर्ड, गतिविधियां और कार्ययोजनाएं। अब हर माह इसी आधार पर कामकाज का मूल्यांकन होगा।
संगठनात्मक बैठक से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई। इसमें प्रदेश प्रभारी, प्रदेशाध्यक्ष और दोनों सह-प्रभारी शामिल रहे। बैठक में राज्य के ज्वलंत मुद्दों - बीपीएल सूची से नाम काटे जाने, व्यापारियों से फिरौती, कानून व्यवस्था की गिरावट, खेतों में जलभराव, और एमएसपी की समस्या पर गहन चर्चा की गई। विधायक दल ने इन मुद्दों को लेकर राज्यपाल से मुलाकात करने का निर्णय लिया, ताकि जनता की आवाज सीधे शासन तक पहुंचाई जा सके।