Pal Pal India

विधानसभा चुनाव में राजनीति करना पड़ा महंगा, एबीपीओ निलंबित

 
  विधानसभा चुनाव में राजनीति करना पड़ा महंगा, एबीपीओ निलंबित
फतेहाबाद, 7 नवंबर  जिले की रतिया विधानसभा में चुनाव के दौरान पंचायत विभाग के एक कर्मचारी को राजनीति करनी महंगी पड़ गई है। रतिया उपमंडल के नागपुर के मनरेगा एबीपीओ रणधीर सिंह को मनरेगा जिला अधिकारी ने वीरवार को सस्पेंड कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार नागपुर के मनरेगा एबीपी रणधीर सिंह की विधानसभा चुनाव के दौरान अज्ञात व्यक्ति ने शिकायत की थी कि रणधीर सिंह सरकारी कर्मचारी होते हुए भी राजनीतिक कार्यों में भाग ले रहा है और कांग्रेस उम्मीदवार जरनैल सिंह के राजनीतिक कार्यक्रम में बढ़-चढक़र हिस्सा ले रहा है।
शिकायतकर्ता ने कांग्रेस के कार्यक्रमों के दौरान रणधीर सिंह के भाग लेने की वीडियोग्राफी और फोटो भी चुनाव आयोग को उपलब्ध करवाई थी, जिसके बाद सरकार के निर्देशों पर एसडीएम रतिया जगदीश चंद्र ने जिला विकास एवं पंचायत विभाग के साथ तहसीलदार की एक जांच कमेटी बनाई थी। जिला पंचायत एवं विकास विभाग व तहसीलदार के अधिकारियों द्वारा पूरे मामले की गहराई से जांच की गई थी। इस छानबीन के दौरान यह पाया गया कि रणधीर सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया गया था जिसको देखते हुए उन्होंने अपनी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी थी। जिला अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद आज मनरेगा के उच्च अधिकारियों ने एबीपी रणधीर सिंह को सस्पेंड कर दिया। इसके आदेश भी विभाग अधिकारियों को भेज दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों के दौरान काफी संख्या में कर्मचारियों ने कांग्रेस पार्टी के चुनाव कार्यक्रम में भाग लिया था और खुलकर चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की मदद भी की थी। चुनावों के बाद सरकार बीजेपी की बन गई थी, जिसके बाद भाजपा नेताओं ने पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। रतिया के एसडीएम जगदीश चंद्र ने बताया कि सरकार के निर्देशों पर उन्होंने इस मामले में जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच कमेटी ने आरोपों को सच पाया था और जांच में सामने आया था कि उक्त कर्मचारी द्वारा चुनावों के दौरान राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लिया गया था जिसकी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी साथ थी। इसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई थी।