बीजेपी के जुमलों और झूठ को लोग अब समझ चुके हैं, इस लिए अब बहकावे में नहीं आने वाले: सैलजा
-रैली में उमड़े हजारों लोग, सभी नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ निकाली जमकर भड़ास
सिरसा, 27 जनवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि राजनीति कोई व्यवसाय नहीं है बल्कि यह संघर्ष भरा रास्ता है। इसे हमने इस लिए चुना है ताकि जनता की सेवा कर सकें और मुश्किल वक्त में जनता की आवाज बन सकें। जिसे आराम करना है वे राजनीति में न आएं बल्कि अपना व्यवसाय करें क्योंकि राजनीति केवल संघर्षों से भरा रास्ता है। कुमारी सैलजा शनिवार को सिरसा में नई अनाज मंडी में आयोजित संदेश रैली में उपस्थित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं।
सैलजा ने कहा कि पीएम मोदी ने 15 लाख रुपये खाते में डालने का वादा किया था। लोगों ने विश्वास किया क्योंकि देश के पीएम ने बयान दिया था। 70 साल में कभी भी जुमला शब्द नहीं सुना था। लेकिन भाजपा शासन में यह जुमला शब्द सुनाई दिया क्योंकि जब देश की जनता ने भाजपा से पूछा कि 15 लाख रुपये खाते में कब आएंगे तो भाजपा ने कह दिया कि यह तो जुमला था। राम मंदिर के मुददे पर सैलजा ने कहा कि भगवान राम हम सब के हैं। लेकिन भाजपा भगवान राम के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रही है। महंगाई, बेरोजगार के मुद्दे पर भाजपा की सरकार चुप है। हरियाणा की गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए सैलजा ने कहा कि आज प्रदेश में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं, लेकिन एक भी घोटाले में किसी को सजा नहीं हुई। यह है भाजपा के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति। भ्रष्टाचार समाप्त करने का दावा करने वाली इस सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। सिरसा जिले की बात करते हुए सैलजा ने कहा कि सिरसा जिले में आज नशा एक बड़ा मुद्दा है। नशे के कारण घर के घर बर्बाद हो रहे हैं। सिरसा में इतना नशा क्यों फैल रहा है, इसका जवाब हरियाणा सरकार को देना होगा। आप सरकार से इस बारे में जरूर पूछना कि नशे का कारोबार किसकी शह पर चल रहा है। मेडिकल कॉलेज खोलने के सरकार के दावे पर सैलजा ने कहा कि सिरसा में मेडिकल कॉलेज कब बनेगा, यह किसी को पता नहीं है। प्रदेश के सीएम मनोहर लाल महज घोषणाएं करते हैं। उन घोषणाओं पर अमल नहीं होता है। सिरसा जिले में भी ऐसी दर्जनों घोषणाएं सीएम ने कि थी जिन पर आज तक कोई काम नहीं हुआ है। जब 2014 में भाजपा सत्ता में आई थी, उस वक्त सिरसा जिले में कई बड़ी घोषणाएं की थी, अब 2024 आ गया मगर काम नहीं हुआ है। 2018 में भी सीएम ने सिरसा में नगर परिषद का कार्यालय बनाने, शहर के बाहर मिनी बाइपास बनाने, बरसाती पानी निकाली के लिए बजट पास किया, मगर अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कहने का मतलब यह है कि यह सरकार केवल घोषणाएं करती है, काम नहीं। भाजपा सिर्फ जुमला पार्टी बनकर रह गई है। इसलिए आज जरूरत है कि देश-प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाए। जब देश-प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो विकास की कोई कमी नहीं रहेगी। मैं आप की आवाज को हमेशा उठाती रहूंगी। सर्दी में इतनी संख्या में रैली में पहुंचने पर उन्होंने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि हम आपके हकों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हाईकमान के आग्रह पर राहुल गांधी ने पूर्वोत्तर से पश्चिम तक न्याय यात्रा निकाली है। जिसको पहली यात्रा की तरह ही प्यार मिल रहा है। यात्रा भी मणिपुर से शुरू की गई, मणिपुर वह राज्य है, जो पिछले दिनों चर्चाओं में रहा। वहां पर बेटियों के साथ ही महिलाओं पर कितने अत्याचार हुए, लेकिन वहां पर पीएम नरेंद्र मोदी कभी नहीं गए, लेकिन राहुल गांधी पहले भी गए थे और अब भी वहीं से यात्रा शुरू की। सैलजा ने असम सरकार पर आरोप लगाए कि असम में बीजेपी की सरकार है और वहां पर हमारे लोगों के साथ दुव्र्यवहार किया गया। लाठियां चलाई गईं, राहुल गांधी जैसे नेता पर एफआईआर तक दर्ज कर ली गई। लेकिन राहुल गांधी किसी भी बाधा से पीछे हटने वाले नहीं हैं और निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। भाजपा को चुनाव नजदीक आते ही धर्म याद आने लगता है। उन्होंने कहा कि राम सबके है राम का नाम लेने के लिए किसी को भाजपा या आरएसएस से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं हैं। भाजपा देश को धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांट रही है। पिछले दस सालों में देश में कही पर भी विकास नहीं हुआ अगर विकास हुआ है तो केवल और केवल अंबानी और अडानी का। उन्होंने कहा कि आज राहुल गांधी देश की जनता की आवाज बन रहे हैं, जनता को विकल्प के रूप में कांग्रेस ही नजर आती है, ऐसे में डरी हुई भाजपा राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तरह तरह के व्यवधान पैदा कर रही है पर यह यात्रा रूकने वाली नहीं है। हरियाणा में भी हमने कांग्रेस संदेश यात्रा शुरू की है, जिसके माध्यम में राहुल गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे का संदेश जनता तक पहुंचाया जा रहा है। यह यात्रा हरियाणा में बदलाव लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में अमीर और अमीर होता जा रहा है और गरीब गरीब होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जुमलेबाजों की पार्टी है और इनके तमाम जुमलों को जनता समझ चुकी है इस लिए अब आने वाला कांग्रेस का समय होगा क्योंकि कांग्रेस सच्चाई की पार्टी है। लोगों को न्याय दिलाने वाली पार्टी है, कांग्रेस ही गरीब, मजदूर, किसान, कर्मचारी, व्यापारी, महिलाओं सहित सभी वर्गों की समस्याओं को समझती है और उनके उज्जवल भविष्य के लिए योजनाएं चलाती है। बीजेपी की जन विरोधी नीतियों से लोग परेशान हो चुके है इस लिए अब कांग्रेस का माहौल ऐसा बन चुका है कि आने वाला समय कांग्रेस का होगा जिसमें सभी वर्गों का भविष्य सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश व देश में बदलाव आना सुनिश्चित हो चुका है। क्योंकि बीजेपी के झूठ और जुमलों के पर्दे उठ चुके है।
इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मिल रहे भारी जन समर्थन को देखकर भाजपा बौखला गई है और औछे हथकंडे अपनाकर इस यात्रा को रोकना चाहती है। पर राहुल गांधी की यह यात्रा रूकने वाली नहीं है और न ही हम रूकने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है, धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभान मेहता ने रैली में आए हुए नेताओं व कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह रैली भीड़ के हिसाब से अपने आप में एक रिकार्ड है। मेहता ने कहा कि हम चलते रहेंगे, लड़ते रहेंगे, आपके लिए, आपके न्याय के लिए, आपके हक़ के लिए, आपकी आवाज़ के लिए। किसानों और बुजुर्गों पर हुए हर एक अत्याचार का बदला लेना ही हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में आप सभी का साथ हमारे हौसले को बुलंदी दे रहा है, ये साथ यूँ ही बना रहा तो हम, ना थकेंगे, ना रुकेंगे। युवा नेता राजन मेहता ने आए हुए नेताओं व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि रैली में जिस तरह से भीड़ उमड़ी है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि अब गठबंधन सरकार की उलटी गिनती आरंभ हो गई है। सिरसा में कांग्रेस उम्मीदवार की रिकार्ड मतों से जीत होगी। वीरभान मेहता व राजन मेहता ने कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला व अन्य नेताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, वरिष्ठ नेता वीरभान मेहता, विधायक रेणुबाला, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया,राजन मेहता, संदीप नेहरा, नवीन केडिया, लादूराम पूनिया, पवन बेनीवाल, अतर सिंह सैनी, सुरेंद्र बंसल, लाल बहादुर खोवाल, जग्गा सिंह बराड़,गोपीराम चाडीवाल, राजेश चाडीवाल, ज्ञानी करनैल सिंह, रतन गेदर, ओम डाबर, जस्सा सिंह, हरीश अनेजा, देव मेहला, मदनलाल, कृष्ण नंबरदार, वीरेंद्र गोल्डी, तपन सोनी, विकास सुखीजा, सोनू कंबोज, शुभम सेतिया, अमृत कामरेड, सुरेंद्र कुमार, जगपाल सिंह व कमल कांटीवाल सहित अन्य नेता मौजूद थे।
मेहता पिता-पुत्र ने दिखाई ताकत
कांग्रेस की संदेश रैली को कामयाब करने के लिए वैसे तो कांग्रेस के सभी नेता मेहनत कर रहे थे, मगर सबसे अधिक मेहनत वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभान मेहता एवं उनके पुत्र राजन मेहता ने की है। दोनों पिता-पुत्र एक पखवाड़ से रैली की तैयारियों में जुटे हुए थे। गांव-गांव तथा शहर के वार्ड-वार्ड जाकर उन्होंने रैली का न्यौता दिया। इसी का परिणाम है कि रैली में रिकार्ड भीड़ जुट गई। रैली में भीड़ जुटाकर मेहता पिता-पुत्र ने साबित कर दिया है कि सिरसा हलके में आज भी उनका रसूख है। वीरभान मेहता की छवि एक सुलझे हुए राजनेता की है। उनकी मिलनसार छवि हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। हर कोई मेहता को अपना मानता है। इसी कारण मेहता की एक आवाज पर लोग रैली में पहुंच गए।
विधायक कांडा के लिए खतरे की घंटी
कांग्रेेस की संदेश रैली में जिस प्रकार से भीड़ उमड़ी है, वह सिरसा के मौजूदा विधायक गोपाल कांडा के लिए खतरे की घंटी है। विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं। यानि, चुनाव में अब बहुत कम समय बचा है। कांग्रेस की रैली में जिस तरह से भीड़ उमड़ी है, वह साफ संकेत है कि इस बार गोपाल कांडा के लिए सिरसा से चुनाव जीतना मुश्किल होगा। गोपाल कांडा को लगता है कि हर बार की तरह इस बार भी धनबल के सहारे वे चुनाव जीत जाएंगे, लेकिन अब ऐसा होगा, यह कहना मुश्किल है। एक तो गोपाल कांडा ने चुनाव जीतने के बाद अभी तक सिरसा हलके के गांवों का दौरा तक नहीं किया है। यानि, मतदाताओं से कटे हुए हैं। विधानसभा में सिरसा की आवाज उठाने की जरूरत नहीं समझते हैं। जब भी विधानसभा का सत्र होता है, गोपाल कांडा गोवा जाकर बैठ जाते हैं। एक दो बार छोडक़र वे कभी भी विधानसभा सत्र में नहीं गए हैं। उन्हें लगता है कि धन बल के दम पर वे फिर से जनता के वोट हथिया लेंगे, मगर अब सिरसा की जनता समझ चुकी है। जनता को अहसास हो गया है कि जो विधायक न तो उनसे कभी मिलता है, न कभी हलके में लोगों के बीच जाता है और न ही विधानसभा में उनके मुद्दे उठाता है, ऐसे विधायक को चुनने का क्या फायदा।
फोटो: