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हमारी सोच जीवन को दिशा देती है: राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गीता दीदी

 
  हमारी सोच जीवन को दिशा देती है: राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गीता दीदी
सोनीपत, 24 नवंबर माउंट
आबू से आईं राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गीता दीदी ने कहा कि मेडिटेशन से हमें सकारात्मक
ऊर्जा मिलती है। जीवन में कभी भी होपलेस नहीं होना चाहिए।
हमारी सोच हमारे जीवन को
दिशा देती है। इसलिए सकारात्मक सोच से ही सुखद भविष्य संभव है।
रविवार को विश्व कल्याण सरोवर, मुरथल सोनीपत (दिल्ली जोन) में स्वस्थ और स्वच्छ समाज के निर्माण
के लिए उस पार नामक एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य
उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक सशक्तिकरण और सकारात्मकता का प्रसार करना था। कार्यक्रम
का शुभारंभ परमात्म स्मृति के गीत से हुआ, जिसके बाद मुख्य अतिथि मोहन लाल बड़ौली और
पूर्व मंत्री कविता जैन विशिष्ट अतिथियों का स्वागत तिलक व पुष्पगुच्छ से किया गया।
दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात ब्रह्माकुमारी के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राजयोगी ब्रह्मा
कुमार सूर्य भाई ने आत्मा और परमात्मा के गहरे संबंध पर कहा कि अपने जीवन की पतवार
भगवान के हाथों में देकर निश्चिंत हो जाइए। जो हम सोचते हैं, वही ब्रह्मांड में ऊर्जा
बनकर वापस लौटता है।
हमें अपनी आत्मा को शांत और सकारात्मक बनाए रखना चाहिए। उन्होंने
आत्मा के वास्तविक स्वरूप को जानने और शांति को जीवन का आधार बनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में मेडिटेशन सत्र के दौरान आत्मिक शांति का अनुभव कराया गया। मैं आत्मा शांति के सागर
की संतान हूं का सात बार अभ्यास करने की प्रेरणा दी। विशेष आकर्षण के रूप में करनाल
से आए विजय भाई जी ने अपने प्रेरक गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच संचालन
राजयोगी ब्रह्मा कुमार रुपेश भाई ने कुशलता से किया। समापन पर ब्रह्मा कुमार सतीश भाई
ने उपस्थित डेढ़ हजार से अधिक जिज्ञासुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।