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जन संवाद पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें अधिकारी: मनोहर लाल

 
 जन संवाद पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें अधिकारी: मनोहर लाल
 चंडीगढ़, 6 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जन संवाद कार्यक्रम के दौरान फील्ड से लोगों द्वारा लिखित में दी गई शिकायतों का पंजीकरण जन संवाद पोर्टल पर करें और श्रेणीवार इनका शीघ्र समाधान करें। मुख्यमंत्री आज यहां जन संवाद पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के समाधान के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विकास एवं पंचायत तथा उच्चतर शिक्षा विभाग से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग से सम्बन्धित अधिकतर मामले इंजीनियरिंग वर्कस से जुड़े हैं, इसलिए अनुमान तैयार करने के लिए राजकीय विश्वविद्यालयों व बहुतकनीकी संस्थानों में सिविल इंजीनियर कर रहे अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को कनिष्ठ अभियंताओं के साथ जोड़ा जाए, ताकि कनिष्ठ अभियंताओं को अनुमान तैयार करने में सहयोग मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यों की मैपिंग कर श्रेणीवार सूची बनाई जाए। बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि विकास एवं पंचायत विभाग से 23,364 विकास कार्य, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से 2370 तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग से 1281 विकास कार्य सूचीवद्ध हैं। जन संवाद कार्यक्रम के दौरान शिकायतों के निपटान के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एके सिंह, बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास, सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता तथा मुख्यमंत्री के सहलाहकार (सिंचाई)  देवेन्द्र सिंह को विशेष जिम्मेवारी सौंपी गई है। इस अवसर पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  आनन्द मोहन शरण, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, उच्चतर शिक्षा के महानिदेशक राजीव रत्तन, हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद के चेयरमैन कैलाश चन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भौतिक निर्माण से पहले व्यक्तित्व निर्माण आवश्यक
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समाज में व्यक्तित्व निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि भौतिक निर्माण से पहले व्यक्तित्व निर्माण आवश्यक है। एक बार व्यक्तित्व का निर्माण हो गया तो भौतिक निर्माण अपने आप हो जाएगा। व्यक्तित्व निर्माण पर सरकारों का ध्यान जाएगा पहले किसी ने सोचा नहीं था। मनोहर लाल आज पंचकूला में मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत आयोजित नैतिकता शिविर (एथिक्स कॉन्कलेव) में उपस्थित भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और हरियाणा सिविल सेवा के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सुशासन में नैतिकता के भाव को आत्मसात करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मिशन कर्मयोगी की शुरूआत की है। अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि व्यवस्थाओं में जनता का विश्वास बढे। उन्होंने कहा कि लोगों में अविश्वास की भावना को खत्म करना एक चुनौती है परंतु अधिकारी अपनी सोच और कार्यशैली में बदलाव लाकर जनता की अकांक्षाओं पर खरा उतर सकते हैं। अधिकारियों व कर्मचारियों में संकल्प, ताकत व मनोबल के साथ समाज सेवा के भाव को जागृत करने के लिए मिशन कर्मयोगी की शुरूआत की गई है। अधिकारी व कर्मचारी असल कर्मयोगी बनते हुए समाज को अपना सर्वश्रेठ देगें तो उन्हें आत्मिक संतोष की प्राप्ति होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आह्वान करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने सात ’एस’-शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान, स्वावलंबन, सुशासन व सेवा के लक्ष्य पर कार्य करते हुए प्रदेशवासियों के जीवन को सुगम बनाया है। सभी अधिकारी इन सात ’एस’को साकार करने की दिशा में कार्य करेंगे तो समाज सुखी होगा। मुख्यमंत्री ने हिपा की महानिदेशक चंद्रलेखा बैनर्जी से आग्रह किया कि मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत कर्मचारियों व अधिकारियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण मॉडयूल को हिपा के पाठयक्रम में उपयोग किया जाना चाहिए।