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नायब सरकार के मंत्रियों को अलॉट हुए विभागों की अधिसूचना जारी

 
  नायब सरकार के मंत्रियों को अलॉट हुए विभागों की अधिसूचना जारी
चंडीगढ़, 18 अप्रैल  हरियाणा में नई सरकार के गठन के करीब एक माह बाद मंत्रियों के विभागों को आवंटित करते हुए अधिसूचना जारी कर दी गई। अभी तक प्रदेश के मंत्री बगैर अधिसूचना के ही चल रहे थे। इसके चलते ज्यादातर मंत्रियों को अधिकारिक रूप से स्टाफ भी अलॉट नहीं किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि मंत्रियों के विभाग आवंटन को लेकर एक माह बाद जारी हुई अधिसूचना में इस्तीफा दे चुके रणजीत सिंह चौटाला का नाम भी शामिल हैं।
गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार नायब सैनी ने मनोहर लाल की तरह वित्त विभाग अपने पास नहीं रखा है। सैनी ने अनिल विज के अधीन रहा गृह विभाग अपने पास रखा है। हरियाणा में 12 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद इसी दिन शाम के समय नायब सैनी ने मुख्यमंत्री तथा कंवर पाल, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह, जयप्रकाश दलाल व बनवारी लाल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद 16 मार्च को लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया। 19 मार्च को नायब सैनी मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। इसमें कमल गुप्ता को कैबिनेट तथा सीमा त्रिखा, महीपाल ढांडा, असीम गोयल नन्यौला, डॉ.अभय सिंह यादव, सुभाष सुधा, बिसंबर सिंह व संजय सिंह को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की शपथ दिलाई गई।
आश्चर्य की बात यह है कि पिछले एक माह से सभी मंत्री केवल शपथ के आधार पर ही अपने कार्यालयों में बैठे थे। मुख्य सचिव की तरफ से मंत्रियों को विभाग आबंटित करने के लिए अधिसूचना जारी नहीं की गई थी। जिसके चलते दस मंत्रियों को अभी तक स्टाफ भी अलॉट नहीं हुआ था। अधिसूचना के अभाव में मंत्रियों के कार्यालयों के बाहर लगने वाली प्लेट पर उनके विभागों के नाम भी नहीं लिखे गए थे।
हरियाणा सरकार की वेबसाइटों पर भी मंत्रियों का ब्यौरा अपडेट नहीं किया गया था। गुरुवार को हरियाणा के मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने एक अधिसूचना जारी करके प्रदेश के सभी मंत्रियों को विभाग अलॉट कर दिए हैं। विभाग अलॉट होने की अधिसूचना जारी होते ही मंत्रियों के दफ्तरों में मामूली बदलाव के साथ उन्हें स्टाफ अलॉट करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने पास कुल 14 विभाग रखे हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार अब कंवर पाल सरकार में नंबर दो पर होंगे। उनके पास कुल छह विभागों की जिम्मेदारी है। मूल चंद शर्मा,जेपी दलाल व कमल गुप्ता के पास चार-चार तथा बनवारी लाल को तीन विभाग दिए गए हैं। स्वतंत्र प्रभार वाले सभी राज्य मंत्रियों को दो-दो विभाग अलॉट किए गए हैं।