सांसद रतनलाल ने की 100 करोड़ के पैकेज की मांग
Tue, 14 Feb 2023

यमुनानगर, 14 फरवरी। पूर्व केंद्रीय मंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद रतनलाल कटारिया ने बताया कि लोकसभा में शून्यकाल के दौरान अंबाला लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जिला यमुनानगर में सरस्वती नदी के उद्गम स्थल आदिबद्री की ओर सदन का ध्यान दिलाया। सरस्वती भारतीय सभ्यता व संस्कृति का मूल हिस्सा है। इसके 10,000 वर्ष पुरानी भारतीय सभ्यता से जुड़े होने के प्रमाण मिलते हैं। सांसद ने इसके विकास के लिए 100 करोड़ के पैकेज की मांग रखी है।
सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि सैंकडों वर्षों पूर्व सरस्वती नदी की धारा पृथ्वी पर विलुप्त हो गई थी, जिसे पुन:स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। रतनलाल कटारिया ने कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर कुरुक्षेत्र प्रवास के दौरान सरस्वती नदी के महत्व पर भी प्रकाश डाला था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुरुक्षेत्र प्रवास के समय सरस्वती नदी की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं।
पूर्व मंत्री रतनलाल कटारिया ने बताया कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सरस्वती नदी का उद्गम स्थल यमुनानगर जिले के आदिबद्री नामक स्थान की महत्ता बताई, जहां इसकी एक धारा प्रवाहित हो रही है। रतनलाल कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार सरस्वती हेरिटेज बोर्ड, सरस्वती नदी के प्रवाह को दोबारा स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है और हरियाणा सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय को भी आदिबद्री में डैम बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है।
सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि सैंकडों वर्षों पूर्व सरस्वती नदी की धारा पृथ्वी पर विलुप्त हो गई थी, जिसे पुन:स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। रतनलाल कटारिया ने कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर कुरुक्षेत्र प्रवास के दौरान सरस्वती नदी के महत्व पर भी प्रकाश डाला था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुरुक्षेत्र प्रवास के समय सरस्वती नदी की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं।
पूर्व मंत्री रतनलाल कटारिया ने बताया कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सरस्वती नदी का उद्गम स्थल यमुनानगर जिले के आदिबद्री नामक स्थान की महत्ता बताई, जहां इसकी एक धारा प्रवाहित हो रही है। रतनलाल कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार सरस्वती हेरिटेज बोर्ड, सरस्वती नदी के प्रवाह को दोबारा स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है और हरियाणा सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय को भी आदिबद्री में डैम बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है।