हरियाणा के शहरों की बदहाली पर सांसद कुमारी सैलजा ने सरकार को घेरा
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा के शहरों की बदहाली पर सरकार को घेरते हुए कहा कि शहरों को स्मार्ट सिटी और पेरिस जैसा बनाने की घोषणा की गई थी पर आज शहर नरक जैसे हालात में पहुंचा दिए गए है। प्रदेश सरकार हाथ पर हाथ रखे हुए है जबकि प्रदेश के केंद्र में तीन-तीन मंत्री फिर भी हरियाणा अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। उन्होंने लोकसभा में और लोकसभा के बाहर प्रदेश की भाजपा सरकार को आईना दिखाया।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि प्रदेश सरकार को नाम बदलने का बड़ा शौक है, नए नए नाम रखे जाते पर हालात वहीं के वहीं होते हैं। अब नाम रखा गया स्मार्ट सिटी, फरीदाबाद को देख लो जगह जगह कचरे के ढेर दिखाई देते है, यहीं के सांसद केंद्र में मंत्री है पर उन्हें अपने ही शहर की बदहाली दिखाई नहीं देती। ऐसा ही हाल अंबाला का है, काहे की स्मार्ट सिटी। गुरूग्राम जिसे मिलेनियम सिटी कहा गया वहां की बदहाली देख लो, वहां के मंत्री एक साक्षात्कार मे गुरुग्राम की बदहाली का रोना रो चुके हैं। जनता सुविधाओं को लेकर हताश है परेशान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री आज केंद्र में मंत्री हैं, उनको तो सब दिखाई देता है पर वे चुप्पी साधे हुए है। स्वच्छ भारत को भूल गए, स्वच्छ भारत में गांधी जी की ऐनक को जगह जगह दीवारों पर टांग दिया गया था आज वह भी गायब है पता नहीं उसे भी कचरे में फैंक दिया गया हो।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में रेल मंत्रालय ने गुरुग्राम फरीदाबाद को लेकर जो घोषणा की थी उसका क्या हुआ, बल्लभगढ़ मेट्रो का क्या हुआ। हिसार में 2021 में जो इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होना था उसका क्या हुआ, फतेहाबाद जिला के गांव गोरखपुर में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने न्यूक्लियर प्लांट का शिलान्यास किया था, उसका क्या हुआ, किस स्थिति में, बिजली का उत्पादन कब शुरू होगा सरकार के पास कोई जवाब नहीं हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में युवा, महिलाएं, किसान और अग्निवीर भाजपा को आइना दिखा चुके हैं। अगर सरकार को लोगों की जरा भी चिंता है तो उसे एमएसपी की गारंटी लागू करनी होगी, युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने होंगे, अग्निवीर भर्ती को खत्म करना होगा, महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करनी होगी वर्ना जनता विधानसभा चुनाव में लोकसभा से भी बुरा हाल करेगी।