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तीन दिन में सिरसा संसदीय क्षेत्र में कुमारी सैलजा को मिला अभूतपूर्व समर्थन

 
-सैलजा ने दिलाई सिरसा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
 
  तीन दिन में सिरसा संसदीय क्षेत्र में कुमारी सैलजा को मिला अभूतपूर्व समर्थन
 सैलजा के आने से एकजुट हुई कांग्रेस में आया नया जोश
 सिरसा/फतेहाबाद, 1 मई। सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने तीन दिन में संसदीय क्षेत्र की सभी 9 विधानसभाओं में रोड शो व जनसंपर्क करके अपनी राजनीतिक ताकत का अहसास करा दिया है। सैलजा के रोड शो व समर्थन में जिस तरह से लोगों की भीड़ उमड़ी, वह अपने आप में एक रिकार्ड है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि आज से पहले किसी भी उम्मीदवार को इतना जनसमर्थन नहीं मिला है। यह जनसमर्थन बदलाव का संकेत दे रहा है।
कांग्रेस हाईकमान ने लंबे इंतजार के बाद हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया था। सिरसा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे के लिए कई दावेदार थे। सभी ने अपना-अपना आवेदन हाईकमान के पास भेजा था। कांग्रेस पार्टी ने लंबी जद्दोजहद तथा पार्टी के आंतरिक सर्वे के बाद सिरसा सीट से कुमारी सैलजा को मैदान में उतार दिया। चूंकि सिरसा सीट से कुमारी सैलजा खुद दो बार सांसद रह चुकी हैं। उनके पिता स्व. दलबीर सिंह भी चार बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में सिरसा संसदीय क्षेत्र के लोगों की ईच्छा थी कि कुमारी सैलजा ही यहां से चुनाव लड़े। हाईकमान ने कार्यकर्ताओं की ईच्छा का सम्मान करते हुए कुमारी सैलजा को सिरसा से चुनाव मैदान में उतार दिया है। सैलजा ने भी टिकट की घोषणा के बाद  28 अप्रैल को ही सिरसा से अपने चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया । उन्होंने ‘फस्र्ट इम्प्रेशन इज द लास्ट इम्प्रेशन’ कहावत को चरितार्थ करते हुए तीन दिन में ही लोकसभा क्षेत्र के अधीन आने वाली 9 विधानसभाओं का ताबड़तोड़ दौरा कर लिया। सैलजा ने सिरसा से अपना चुनाव का बिगुल बजाया। 28 अप्रैल को वे डबवाली में पहुंची। वहां अपने चुनाव कार्यालय का शुभारंभ किया। हालांकि इससे पूर्व वे डबवाली जाते वक्त कुछ देर के लिए सिरसा कांग्रेस भवन में रूकी और कार्यकर्ताओं से मिली। उसके बाद डबवाली व रानियां में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान दोनों ही स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुनने को पहुंचे। सैलजा के स्वागत में बड़ी भीड़ जुटी जो उनके प्रति प्रेम व समर्थन की एक बानगी है। अगले दिन 29 अप्रैल को उन्होंने कालांवाली, ऐलनाबाद व सिरसा में कार्यक्रम किया। सिरसा के बाजारों में उन्होंने रोड शो किया जो भीड़ के लिहाज से एक रिकार्ड है। अब से पहले सिरसा में ऐसा रोड शो किसी नेता ने नहीं किया। 30 अप्रैल को सैलजा ने फतेहाबाद, रतिया, टोहाना, नरवाना में रोड शो किया। उनके साथ वहां सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला भी रोड शो में शामिल हुए। सभी स्थानों पर अभूतपूर्व स्वागत किया गया। आज सैलजा ने अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के वक्त भी बड़ी भीड़ रही। कुल मिलाकर सैलजा के नाम का जब से ऐलान हुआ है, तब से ही सिरसा संसदीय क्षेत्र के लोग खुश हैं। उन्होंने सैलजा के पूर्व में करवाए गए कार्यों को देखा है। लोगों को यकीन है कि सैलजा ही सिरसा संसदीय क्षेत्र का विकास करवा सकती हैं। सैलजा शिक्षित हैं। अच्छी वक्ता हैं। विकास कार्य कैसे करवाए जाते हैं, इसका उन्हें अनुभव है। ऐसे ही गुणों के कारण लोग उन्हें अपना सांसद बनाने का मन बना चुके हैं। सैलजा को मिले जनसमर्थन से सिरसा सीट से बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
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सैलजा ने रखी थी सिरसा में विकास की नींव
सिरसा जिले में आज हम कई क्षेत्रों में जो विकास कार्य देखते हैैं, उसकी नींव कुमारी सैलजा ने ही रखी थी। 1994 में जब सैलजा सिरसा से सांसद बनकर केंद्र में मंत्री बनी थी, तब उन्होंने सिरसा के विकास के लिए कई कार्य करवाए थे। सिरसा के उच्च शिक्षा की नींव भी उन्होंने ही रखी थी। सैलजा के प्रयास से ही गांव फूलकां में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के रिजनल सेंटर की स्थापना हुई थी जो बाद में सीडीएलयू के रूप में विकसित किया गया। 1994 में सैलजा के प्रयास से हिसार से बठिंडा तक की रेल लाइन को बड़ी लाइन में बदला गया था। खास बात तो यह थी कि बड़ी लाइन करने का कार्य महज चार साल में पूरा करवाया गया। सिरसा में खेलों को बढ़ावा देने के लिए चौ. दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम बनवाया गया। रानिया हलके के गांव जीवन नगर में भी हॉकी का खैल मैदान बनवाया। सिरसा में दो केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना भी सैलजा की देन है। सिरसा के बाल भवन में बच्चों के लिए सांइस के उपकरण, स्व. लीलाधर दुखी संग्राहलय की स्थापना भी सैलजा ने करवाई थी। स्किल विकास के लिए सिरसा में जनशिक्षण संस्थान खोला गया। सीएमके कॉलेज में ऑडिटोरियम बनवाया। ओटूू वीयर की मंजूरी भी स्व. जगदीश नेहरा के प्रयास से सैलजा ने ही करवाई थी। सिरसा तथा डबवाली में दूरदर्शन रिले केंद्र की स्थापना करवाई गई थी। डबवाली में गैस सिलेंडर के लिए कोई एजेंसी नहीं थी। वहां के लोग सिलेंडर लेने के लिए सिरसा आते थे। सैलजा ने ही लोगों की इस परेशानी को समझा और डबवाली में गैस एजेंसी खुलवाई थी। जब डबवाली का अग्रिकांड हुआ था, तब सैलजा ही तत्कालीन पीएम को डबवाली लेकर आई थी। डबवाली में इंडोर स्टेडियम मंजूर करवाया था। सिरसा में प्रयास स्कूल तथा वृद्धाश्रम भी सैलजा के प्रयास से बने थे। इनके अलावा भी अन्य कई कार्य हैं जो सैलजा ने सांसद रहते सिरसा में करवाए थे।