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केडिया ने संस्कृत दिवस व रक्षाबंधन की बधाई दी

 
केडिया ने संस्कृत दिवस व रक्षाबंधन की बधाई दी

सिरसा, 31 अगस्त। श्री सनातन धर्म सभा सिरसा के कार्यकारी अध्यक्ष नवीन केडिया ने सभी जिलावासियों को राष्ट्रीय संस्कृत दिवस व रक्षाबंधन पर्व की बधाई दी है। साथ ही संस्कृत भाषा के उत्थान और विकास के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि आज भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व देशभर में मनाया जा रहा है। सभी बहन-भाइयों को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। 
यहां जारी बयान में नवीन केडिया ने कहा कि सन् 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केन्द्रीय तथा राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश जारी किया गया था। तब से संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह हमारे सनातन धर्म से जुड़ी हुई भाषा भी है। 
हम सब जानते हैं कि भारत में वेदों व उपनिषदों की भाषा संस्कृत ही है। यह प्राचीन इतिहास की सबसे समृद्ध भाषा है। संस्कृत भाषा को सभी भाषाओं की जननी कहा जाता है क्योंकि संस्कृत भाषा से ही सभी भाषाओं की उत्पत्ति हुई है।
केडिया ने कहा कि सबसे पहले भारत में संस्कृत भाषा ही बोली जाती थी। संस्कृत भाषा से ही दूसरी भाषा उपजी हैं व इसी की बदौलत उन्हें बोलने और सीखने में मदद मिलती है। यहां तक कि वेद, पुराण, महाभारत की रचना संस्कृत भाषा में ही की गई है। भारत के सभी प्राचीन ग्रंथ संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं।
अगर विश्व में आज भी सबसे समृद्ध कोई भाषा है तो वह संस्कृत है आज जिसका अध्ययन केवल भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में कराया जा रहा है। जर्मनी, अमेरिका व इंग्लैंड जैसे देशों की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में संस्कृत भाषा की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि अगर हम देखें तो रक्षाबंधन भी संस्कृत से ही जुड़ा हुआ पर्व है। इसी से हमारी संस्कृति का भी विकास संभव है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।