Pal Pal India

कपाल मोचन तीर्थ को दिया जाएगा नया स्वरूप: गिल

मुख्यमंत्री के आदेश पर चल रहा है कार्य, 50 करोड़ खर्च होंगे प्रोजेक्ट पर
 
 
कपाल मोचन तीर्थ को दिया जाएगा नया स्वरूप:  गिल​​​​​​​ 
यमुनानगर, 05 मार्च। उत्तर भारत के प्रसिद्ध कपाल मोचन तीर्थ स्थल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आदेश पर अब जिला प्रशासन के द्वारा एक नया रूप देने का काम किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में 50 करोड़ रूपये खर्च आने का अनुमान है। रविवार को श्राइन बोर्ड के सीईओ एवं बिलासपुर के उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने बताया कि कपालमोचन तीर्थ स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाए।

उन्होंने कहा कि यहां तीनों प्रसिद्ध सरोवरों में 12 माह स्वच्छ जल रहे, इसका भी प्रयास किया जा रहा है, ताकि पूर्णमासी और अमावस्या पर भी लोग स्नान कर सकें। इसके अलावा मंदिरों का स्वरूप भव्य बनाने का कार्य भी किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अनुसार इस पर करीब लगभग 50 करोड़ रूपये का खर्च आने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चीफ आर्किटेक्ट हरियाणा से मिलकर प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है।

बता दें कि कपाल मोचन तीर्थ स्थल में हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तराखंड में यूपी के लोगों की भारी आस्था हैं। यहां पर हर साल गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर 5 दिन का विशाल मेला लगता है। जिसमें आठ से दस लाख श्रद्धालु पहुंचते है। इन तीनों सरोवरों में स्नान करके साथ ही गुरुद्वारों व मंदिरों में माथा टेककर मन्नतें मांगते हैं। सैकड़ों वर्ष से यह मेला यहां लग रहा है। उन्होंने बताया सरोवर पर वीआईपी घाट अलग से बनेंगे ताकि विशिष्ट जन के आने पर आम श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो। उन्होंने बताया कि तीनों सरोवर ऊपर एडमिन ब्लॉक होगा। जिसमें सूचना केंद्र, अधिकारियों के कक्ष व पार्किंग की सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि सरकार की प्लानिंग यहां पर कुछ और जमीन एक्वायर करने की है। काला गो बच्छा घाट से सफेद गो बच्छा घाट तक पुल बनेगा। वही राम मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर सहित दूसरे मंदिरों को भव्य स्वरूप दिया जाएगा।