नेशनल कुश्ती में छाए झज्जर के पहलवान, पांच गोल्ड के साथ जीते 13 पदक
Apr 28, 2025, 14:11 IST

झज्जर, 28 अप्रैल बहादुरगढ के पहलवानों ने राष्ट्रीय खेलों में बड़ा नाम कमाया है। हिन्द केसरी सोनू अखाड़े के पहलवानों ने स्कूल, नेशनल और जूनियर नेशनल में पांच गोल्ड मेडल के साथ कुल 13 पदक जीते हैं। स्कूल नेशनल में 5 गोल्ड, एक सिल्वर और 4 कांस्य पदक हासिल किए हैं। वहीं जूनियर नेशनल में 3 कांस्य पदक हासिल किए हैं। जूनियर नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता 20 से 22 अप्रैल तक राजस्थान के कोटा में आयोजित की गई थी ।
वहीं स्कूल नेशनल दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 22 से 26 अप्रैल तक हुए। मिट्टी और मैट की कुश्ती में माहिर पहलवान रजत रूहल ने जूनियर नेशनल की 125 किलो फ्री स्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक हासिल किया है। विकास दलाल ने ग्रीको रोमन स्पर्धा के 72 किलो भार वर्ग में कांस्य और योगेश फलसवाल ने 55 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया है। वहीं स्कूल नेशनल में 40 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल स्पर्धा में नन्ही पहलवान दीक्षा ने एक बार फिर से गोल्ड हासिल किया है। पहलवान अमन ने 110 किलो भार वर्ग की ग्रीको रोमन स्पर्धा में गोल्ड, अर्जुन ने 92 किलो और नीरज ने 80 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल स्पर्धा में गोल्ड हासिल किया है। वहीं ग्रीको रोमन के पहलवान योगेश ने 55 किलो भार वर्ग में गोल्ड हासिल किया है।
स्कूल नेशनल में 71 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल कुश्ती में अखाड़े के पहलवान रोहित दलाल ने सिल्वर मैडल हासिल किया है। वहीं 65 किलो में विकास ने कांस्य पदक जीता है। ग्रीको रोमन स्पर्धा में 110 किलो में अनुज ने कांस्य , 130 किलो में राहुल दलाल ने कांस्य और 71 किलो में मोहित दलाल ने कांस्य पदक हासिल किया है। विजेता पहलवानों का अखाड़े में जोरदार स्वागत किया गया। पहलवानों ने कहा कि उनकी जीत का श्रेय उनके कोच और परिजनों को जाता है। उनका कहना है कि वो ओलम्पिक में गोल्ड जीतकर देश का मान बढ़ाना चाहते हैं। हिन्द केसरी सोनू अखाड़े के पहलवान अर्जुन अवार्डी कोच धर्मेन्द्र की देखरेख में कुश्ती के दांवपेंच सीख रहे हैं। कोच धर्मेन्द्र ने पहलवानों की जीत पर खुशी जताई है।
उन्होंने कहा कि मेडल पहलवान और कोच की खुराक होते हैं और इससे ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा भी मिलती है। उन्होंने कहा कि जो पहलवान जीत नहीं पाए उन्हें और ज्यादा मेहनत करनी चाहिए क्योंकि मेहनत से सफलता जरूर मिलती है। हिन्द केसरी सोनू पहलवान ने भी विजेता खिलाड़ियों को फूलमाला पहनाकर आर्शिवाद दिया है। इस मौके पर अर्जुन अवार्डी कोच ओमबीर सिंह, सुधीर कोच, रिंकू कोच, अनुराग कोच, सेठी पहलवान, मुकेश, कृष्ण, भारत केसरी काला पहलवान, कुक्कड़ उस्ताद बिल्लू ठेकेदार और काला मांडौठी सहित काफी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे।
वहीं स्कूल नेशनल दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 22 से 26 अप्रैल तक हुए। मिट्टी और मैट की कुश्ती में माहिर पहलवान रजत रूहल ने जूनियर नेशनल की 125 किलो फ्री स्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक हासिल किया है। विकास दलाल ने ग्रीको रोमन स्पर्धा के 72 किलो भार वर्ग में कांस्य और योगेश फलसवाल ने 55 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया है। वहीं स्कूल नेशनल में 40 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल स्पर्धा में नन्ही पहलवान दीक्षा ने एक बार फिर से गोल्ड हासिल किया है। पहलवान अमन ने 110 किलो भार वर्ग की ग्रीको रोमन स्पर्धा में गोल्ड, अर्जुन ने 92 किलो और नीरज ने 80 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल स्पर्धा में गोल्ड हासिल किया है। वहीं ग्रीको रोमन के पहलवान योगेश ने 55 किलो भार वर्ग में गोल्ड हासिल किया है।
स्कूल नेशनल में 71 किलो भार वर्ग की फ्री स्टाईल कुश्ती में अखाड़े के पहलवान रोहित दलाल ने सिल्वर मैडल हासिल किया है। वहीं 65 किलो में विकास ने कांस्य पदक जीता है। ग्रीको रोमन स्पर्धा में 110 किलो में अनुज ने कांस्य , 130 किलो में राहुल दलाल ने कांस्य और 71 किलो में मोहित दलाल ने कांस्य पदक हासिल किया है। विजेता पहलवानों का अखाड़े में जोरदार स्वागत किया गया। पहलवानों ने कहा कि उनकी जीत का श्रेय उनके कोच और परिजनों को जाता है। उनका कहना है कि वो ओलम्पिक में गोल्ड जीतकर देश का मान बढ़ाना चाहते हैं। हिन्द केसरी सोनू अखाड़े के पहलवान अर्जुन अवार्डी कोच धर्मेन्द्र की देखरेख में कुश्ती के दांवपेंच सीख रहे हैं। कोच धर्मेन्द्र ने पहलवानों की जीत पर खुशी जताई है।
उन्होंने कहा कि मेडल पहलवान और कोच की खुराक होते हैं और इससे ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा भी मिलती है। उन्होंने कहा कि जो पहलवान जीत नहीं पाए उन्हें और ज्यादा मेहनत करनी चाहिए क्योंकि मेहनत से सफलता जरूर मिलती है। हिन्द केसरी सोनू पहलवान ने भी विजेता खिलाड़ियों को फूलमाला पहनाकर आर्शिवाद दिया है। इस मौके पर अर्जुन अवार्डी कोच ओमबीर सिंह, सुधीर कोच, रिंकू कोच, अनुराग कोच, सेठी पहलवान, मुकेश, कृष्ण, भारत केसरी काला पहलवान, कुक्कड़ उस्ताद बिल्लू ठेकेदार और काला मांडौठी सहित काफी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे।