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खूंटा गाडऩे के मामले में कोर्ट में पेश हुए जयहिंद

 
खूंटा गाडऩे के मामले में कोर्ट में पेश हुए जयहिंद
रोहतक, 6 फरवरी। तकरीबन 6 साल पहले नवीन जयहिंद ने गाय माता की दुर्दशा को देखते हुए प्रदेश में खूंटा गाड़ अभियान चलाया जिसके दौरान नवीन जयहिन्द ने तब के वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु के घर के बाहर खूंटा गाडक़र वहां गाय बांध दी थी। जिसके बाद जयहिन्द पर केस किया गया और आज 6 फरवरी को उसी केस की पेशी में जयहिंद रोहतक कोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने अगली सुनवाई 31 मई 2023 को रखी है। जयहिन्द ने कहा कि जब-जब गऊ माता के साथ दुव्र्यवहार होगा तब-तब हम खूंटा गाडऩे को तैयार रहेंगे।
साथ ही जयहिन्द ने कहा कि हमने उस समय भी मांग की थी कि गाय माता के लिए प्रदेशभर में चारे का इंतजाम किया जाए। लेकिन अब तक भी प्रदेश में गायों की दशा सुधारी नहीं जा सकी है। सरकारें चुनाव के समय गाय के नाम पर वोट तो खा लेती हैं लेकिन गाय माता को खाने के लिए चारा नहीं देती।
उन्होंने कहा कि गायों को लेकर उन पर यहां दो केस चल रहे हैं। जब गाय दुखी थी तो उसकी दुर्दशा सुधारने के लिए यह कार्य किया गया था इसमें कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कोई रास्ता नहीं रोका, कोई तोडफ़ोड नहीं की थी। केस चाहे सौ हो जाएं उन्हें कोई चिंता नहीं। गाय की रक्षा के लिए जान भी हाजिर है।खूंटा गाडऩे के मामले में कोर्ट में पेश हुए जयहिंद
पल पल न्यूज: रोहतक, 6 फरवरी (दर्शन अरोड़ा)। तकरीबन 6 साल पहले नवीन जयहिंद ने गाय माता की दुर्दशा को देखते हुए प्रदेश में खूंटा गाड़ अभियान चलाया जिसके दौरान नवीन जयहिन्द ने तब के वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु के घर के बाहर खूंटा गाडक़र वहां गाय बांध दी थी। जिसके बाद जयहिन्द पर केस किया गया और आज 6 फरवरी को उसी केस की पेशी में जयहिंद रोहतक कोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने अगली सुनवाई 31 मई 2023 को रखी है। जयहिन्द ने कहा कि जब-जब गऊ माता के साथ दुव्र्यवहार होगा तब-तब हम खूंटा गाडऩे को तैयार रहेंगे।
साथ ही जयहिन्द ने कहा कि हमने उस समय भी मांग की थी कि गाय माता के लिए प्रदेशभर में चारे का इंतजाम किया जाए। लेकिन अब तक भी प्रदेश में गायों की दशा सुधारी नहीं जा सकी है। सरकारें चुनाव के समय गाय के नाम पर वोट तो खा लेती हैं लेकिन गाय माता को खाने के लिए चारा नहीं देती।
उन्होंने कहा कि गायों को लेकर उन पर यहां दो केस चल रहे हैं। जब गाय दुखी थी तो उसकी दुर्दशा सुधारने के लिए यह कार्य किया गया था इसमें कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कोई रास्ता नहीं रोका, कोई तोडफ़ोड नहीं की थी। केस चाहे सौ हो जाएं उन्हें कोई चिंता नहीं। गाय की रक्षा के लिए जान भी हाजिर है।