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भारत ने 128 खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ कबड्डी में बनाया नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ​​​​​​​

 कब्बडी खेल के क्षेत्र में पंचकूला के ताउ देवीलाल स्टेडियम में लिखा गया नया अध्याय
 
 भारत ने 128 खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ कबड्डी में बनाया नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ​​​​​​​
 

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने हिपसा की अध्यक्षा कांथी डी सुरेश को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र किया प्रदान

 चंडीगढ, 24 मार्च     विश्व कबड्डी दिवस के अवसर  पर आज भारत ने 128 खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ  गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर एक नया इतिहास रचा। कब्बडी खेल के क्षेत्र में यह नया अध्याय पंचकूला के ताउ देवीलाल स्टेडियम में लिखा गया। 

    इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। 
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास प्रातः 11 बजे गिनीज टीम के निर्णायकों की उपस्थिति में आरंभ हुआ और तीन घंटे के लगातार खेल के बाद, दोपहर 2 बजे 128 खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ पूरा हुआ।  गिनीज निर्णायक, श्री स्वप्निल डांगरीकर ने इसकी घोषणा की। विश्व कब्बडी दिवस समारोह का लक्ष्य इस वर्ष एक अनोखा आयोजन करना था, जिसके तहत कबड्डी प्रदर्शनी मैच में सर्वाधिक खिलाड़ियों के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया गया। गिनीज ने रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 84 खिलाड़ियों के लिए बेंचमार्क निर्धारित किया था, जबकि आयोजकों ने 154 खिलाड़ियों के साथ नया रिकाॅर्ड बनाने की चुनौती दी थी। 

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय कोे गिनीज टीम द्वारा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इसके उपरांत राज्यपाल ने हॉलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचआईपीएसए) की अध्यक्षा श्रीमती कांथी डी सुरेश और विश्व कबड्डी के अध्यक्ष श्री अशोक दास को प्रतिष्ठित प्रमाण पत्र सौंपा।
श्री दत्तात्रेय ने अपने भाषण में हिपसा की अध्यक्षा सुश्री कंाथी डी सुरेश के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस आयोजन के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भारत के लिए कबड्डी के महत्व और इसे ओलंपिक खेल बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी।  

ताऊ देवीलाल स्टेडियम में उत्साह से भरी  टीम अर्जुन और टीम अभिमन्यु ने संयुक्त रूप से इस विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। गिनीज रिकॉर्ड प्रयास के तकनीकी नियम गिनीज टीम और विश्व कबड्डी के सदस्यों द्वारा मिलकर तैयार किए गए। मैच की समयावधि और एक मानक मैच में अनुमत प्रतिस्थापनों की संख्या से संबंधित नियमों को छोड़कर अधिकांश नियम मानकीकृत हैं, जिनका दुनिया भर में पालन किया जाता है। अनुभवी गवाह और रेफरी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टीम द्वारा निर्धारित कुछ अनिवार्य आवश्यकताएं हैं। 

विश्व कबड्डी दिवस वर्ष 2019 से हर साल 24 मार्च को मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व कबड्डी दिवस भारत में मनाया गया और इसके लिए ताऊ देवी लाल स्टेडियम पंचकूला का चयन किया गया।  हिपसा द्वारा विश्व कबड्डी के साथ मिलकर इस वर्ष का आयोजन संयुक्त रूप से किया गया। भारत और विशेष रूप से हरियाणा को इस आयोजन के लिए चुनने का एक मुख्य कारण विश्व स्तर पर कबड्डी को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में विश्व कबड्डी के विभिन्न सदस्य देशों से आये विदेशी प्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।  

    इस कार्यक्रम में हरियाणा मानव संसाधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. डी सुरेश भी उपस्थित रहे। हिपसा की अध्यक्ष सुश्री कांथी डी सुरेश ने मीडिया से बातचीत करते हुए  कहा कि यह सभी के लिए गर्व का क्षण है। भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने का इच्छुक है, यह गिनीज रिकॉर्ड विश्व मानचित्र पर कबड्डी के खेल को लाने की एक पहल है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने के लिए समर्पण, तैयारी और दृढ़ता की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि  कबड्डी प्रदर्शनी मैच में सबसे अधिक खिलाड़ियों के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड आधिकारिक तौर पर पंचकूला में हिपसा और वर्ल्ड कबड्डी को प्रदान किया गया।

इस अवसर पर सचिव विश्व कबड्डी एसटी अरासू, उपायुक्त सुशील सारवान, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, एसडीएम गौरव चैहान, सीईओ जिला परिषद गगनदीप सिंह, नायब तहसीलदार हरदेव सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।