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हरियाणा में बढ़ते बीपीएल परिवार सरकार की नाकामी का रिपोर्ट कार्ड:कुमारी सैलजा


कहा- हरियाणा की कुल आबादी में  70 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे 
 
  हरियाणा में बढ़ते बीपीएल परिवार सरकार की नाकामी का रिपोर्ट कार्ड:कुमारी सैलजा
 चंडीगढ़, 16 नवंबर। अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि  आर्थिक विकास एवं संपन्नता की दृष्टि से भारत में अग्रणी माना जाने वाला हरियाणा अपने ही एक विभाग- नागरिक संसाधन सूचना डिपार्टमेंट की लापरवाही के कारण एक बिलो पॉवर्टी लाइन (बीपीएल) राज्य बन गया है क्योंकि इसकी कुल आबादी का 70 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गई है। बढ़ते बीपीएल परिवार सरकार की नाकामी का रिपोर्ट कार्ड है। सरकार को बताना चाहिए कि उनके विकास के दावों के बावजूद   इतनी बड़ी आबादी गरीब कैसे हो गई? ।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हैरानी की बात यह भी है कि जिन निर्धन लोगों को वास्तव में बीपीएल कार्ड और उसका लाभ मिलना चाहिए था वह  उनको नहीं मिला।  बीते साल ही जारी प्रति व्यक्ति आय के आंकड़े में हरियाणा दूसरे नंबर पर है। जहां पर  प्रति व्यक्ति सालाना आय 2,96,685 रुपये होने का दावा किया जा रहा है तो   फिर इतने बीपीएल लोग कैसे हैं और कहां से आ गए।  उन्होंने कहा कि भाजपा के पास बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। दस साल में भाजपा ने हरियाणा की 70 प्रतिशत आबादी को गरीब बना दिया। अब सरकार इसका जवाब देना चाहिए।  उन्होंने कहा कि बढ़ते बीपीएल परिवार सरकार की नाकामी का  रिपोर्ट कार्ड है। सरकार को बताना चाहिए कि उनके विकास के दावों के बावजूद  इतनी बड़ी आबादी कैसे गरीब  हो गई? ।  
उन्होंने कहा कि अगर  डाटा में हेरफेर के कारण बीपीएल लोगों की संख्या बढ़ी है तो उन  सरकारी कर्मचारियों को  इसके के लिए उत्तरदायी ठहराकर दंडित करना चाहिए।  अगर परिवार पहचान पत्र में कोई भी व्यक्ति अपनी आय घोषित करता है तो उसके सत्यापन की जिम्मेदारी सरकार की बनती है पर शायद इसी जांच तक नहीं करवाई जाती। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर अपना पक्ष जनता के समक्ष जरूर रखना चाहिए कि क्या प्रदेश में बीपीएल लोगों की संख्या बढ़ रही है, बढ़ रही है तो क्यों बढ़ रही है, एक ओर प्रति व्यक्ति आय बढऩे का दावा किया जा रहा है तो बीपीएल लोग कहां से बढ़ रहे हैं। हरियाणा की कुल आबादी दो करोड 80 लाख आंकी जा रही है, दिसंबर 2022 में 1.24 करोड बीपीएल लोग थे जो अब बढक़र 1.98 करोड हो गए है।