आईएमए ने महिला चिकित्सक के लिए मांगा न्याय
ओपीडी बंद रखकर जताया विरोध, एमरजेंसी सेवाएं रही जारी
Aug 17, 2024, 14:11 IST
सिरसा। पश्चिम बंगाल में एक महिला चिकित्सक के साथ हुए जघन्य घटनाक्रम के विरोध में आईएमए ने कड़ा एतराज जताते हुए शनिवार को ओपीडी सेवाएं बंद रखी। केवल एमरजेंसी सेवाएं ही जारी रही। निजी अस्पतालों में ओपीडी बंद रहने से आमजन को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ी। लोगों को मजबूरन जिला नागरिक अस्पताल का रूख करना पड़ा, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण यहां भी लोगों को उपचार मुहैया नहीं हो पाया।
आईएमए सिरसा से डा. अशोक पारीक ने बताया कि आरजे कर मेडिकल कॉलेज, कलकत्त्ता में पीजी कर रही महिला चिकित्सक के साथ 9 अगस्त को पहले दुष्कर्म किया गया और उसके बाद बर्बरता से हत्या कर दी गई, जोकि चिकित्सक वर्ग के लिए अच्छे संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान कहलाने वाले चिकित्सकों के साथ ही इस प्रकार की घटनाएं होने लगेगी तो वो अपना काम कैसे कर पाएंगे? इसी प्रकार जो बच्चे डॉक्टरी पेशे में जाने के इच्छुक हंै, उन्हें कैसे समझा पाएंगे? अपने बच्चों को क्या सिखाएंगे। डा. पारीक ने कहा कि अभी केस सीबीआई के हाथ में है, हमारी मांग है कि इस मामले में केंद्र सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर घटना के आरोपियों को कठोर से कठोर सजा देनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्त्ति न हो। वहीं राजस्थान के दौसा के लालसोट में भी एक महिला चिकित्सक के साथ हुए घटनाक्रम को लेकर डा. पारीक ने कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई हो चुकी है। उम्मीद है कि जल्द महिला चिकित्सक को न्याय मिलेगा।
मीटिंग में लेंगे आगामी आंदोलन संबंधी निर्णय:
डा. आशीष खुराना ने बताया कि आईएमए के आह्वान पर शनिवार सुबह 6 बजे से लेकर रविवार सुबह 6 बजे तक ओपीडी बंद रखने का आह्वान किया गया था। केवल एमरजेंसी सेवाएं ही जारी है। आईएमए की मीटिंग चल रही है। मीटिंग में आगामी आंदोलन संबंधी निर्णय लिया जाएगा। अगर इस मामले में सरकार त्वरित कार्रवाई नहीं करती है तो आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी
आईएमए सिरसा से डा. अशोक पारीक ने बताया कि आरजे कर मेडिकल कॉलेज, कलकत्त्ता में पीजी कर रही महिला चिकित्सक के साथ 9 अगस्त को पहले दुष्कर्म किया गया और उसके बाद बर्बरता से हत्या कर दी गई, जोकि चिकित्सक वर्ग के लिए अच्छे संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान कहलाने वाले चिकित्सकों के साथ ही इस प्रकार की घटनाएं होने लगेगी तो वो अपना काम कैसे कर पाएंगे? इसी प्रकार जो बच्चे डॉक्टरी पेशे में जाने के इच्छुक हंै, उन्हें कैसे समझा पाएंगे? अपने बच्चों को क्या सिखाएंगे। डा. पारीक ने कहा कि अभी केस सीबीआई के हाथ में है, हमारी मांग है कि इस मामले में केंद्र सरकार को तुरंत संज्ञान लेकर घटना के आरोपियों को कठोर से कठोर सजा देनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्त्ति न हो। वहीं राजस्थान के दौसा के लालसोट में भी एक महिला चिकित्सक के साथ हुए घटनाक्रम को लेकर डा. पारीक ने कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई हो चुकी है। उम्मीद है कि जल्द महिला चिकित्सक को न्याय मिलेगा।
मीटिंग में लेंगे आगामी आंदोलन संबंधी निर्णय:
डा. आशीष खुराना ने बताया कि आईएमए के आह्वान पर शनिवार सुबह 6 बजे से लेकर रविवार सुबह 6 बजे तक ओपीडी बंद रखने का आह्वान किया गया था। केवल एमरजेंसी सेवाएं ही जारी है। आईएमए की मीटिंग चल रही है। मीटिंग में आगामी आंदोलन संबंधी निर्णय लिया जाएगा। अगर इस मामले में सरकार त्वरित कार्रवाई नहीं करती है तो आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी