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शिक्षा संस्थान संस्कारयुक्त शिक्षा दें तो देश हर तरह से मजबूत होता है: राज्यपाल​​​​​​​

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया झज्जर के पास संस्कारम विश्वविद्यालय का लोकार्पण 
 
  शिक्षा संस्थान संस्कारयुक्त शिक्षा दें तो देश हर तरह से मजबूत होता है: राज्यपाल​​​​​​​ 
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर, भाजपा के सचिव ओमप्रकाश धनखड़ भी रहे मौजूद 
झज्जर, 29 जनवरी  राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सोमवार को क्षेत्र के गांव पादौदा में संस्कारम यूनिवर्सिटी का लोकार्पण किया। समारोह में उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थान संस्कारयुक्त शिक्षा दें तो देश हर तरह से मजबूत होता है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर व भाजपा के सचिव ओमप्रकाश धनखड़ भी मौजूद रहे।
राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उच्च शिक्षा के संस्थान मंजूर कर ग्रामीण आंचल में भी विश्व स्तरीय शिक्षा मुहैया करवा रही है। आज नव स्थापित विश्वविद्यालय भी ग्रामीण आंचल में खुला है । बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वास व्यक्त किया कि संस्कारम विश्वविद्यालय आदर्श के नए आयाम स्थापित करेगा। यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों को सर्वांगीण विकास, चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के लिए सर्वोत्तम मंच प्रदान करेगी। राज्यपाल ने कार्यक्रम में मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। गुरुग्राम के आयुक्त आरसी बिढ़ान, डीसी कैप्टन शक्ति सिंह, लुवास के वीसी डॉ. गुरदयाल सिंह और मीरपुर विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. जेपी यादव भी मौजूद रहे।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि नवस्थापित विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में पीएम मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने में सार्थक भूमिका निभाएगा। संस्कारम संस्थानों ने शिक्षा के क्षेत्र में पहले भी अपनी भूमिका को अच्छे निभाया है। पशुओं की नस्ल सुधार में संस्कारम वेटेनरी कॉलेज ने अच्छा कार्य किया है।
भाजपा नेता ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि भारत सदियों से संस्कारों की शिक्षा की स्थली रही है। अंग्रेजों की मैकाले शिक्षा पद्धति ने शिक्षा से भारतीय संस्कारों को खत्म करने का प्रयास किया। अब फिर भारत में संस्कारों की शिक्षा का महत्व बढ़ गया है। विश्वविद्यालय से चांसलर डॉ. महिपाल यादव ने सभी अतिथियों को अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार केजी टू पीएचडी का सपना भी संस्कारम ग्रामीण आंचल में साकार कर रहा है।