लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत असुरक्षित क्षेत्र एवं बूथों की पहचान करें: पुलिस आयुक्त बालन
सहायक निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधिकारी बेहतरीन तालमेल के साथ करें रिपोर्टिंग: डा. मनोज कुमार
Apr 1, 2024, 18:32 IST
सोनीपत, 1 अप्रैल लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत कानून एवं व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए असुरक्षित क्षेत्र तथा बूथों की पहचान के लिए चिंतन बैठक हुई। पुलिस आयुक्त बी. सतीश बालन तथा जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने कहा कि पुलिस एवं प्रशानिक अधिकारी असुरक्षित बूथों की पहचान करें।
लघु सचिवालय में सोमवार दोपहर बाद बैठक की अध्यक्षता संयुक्त रूप से पुलिस आयुक्त बी. सतीश बालन तथा जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने की। उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने कहा कि असुरक्षित की श्रेणी में एक पूरी पॉकेट भी हो सकती है और एक क्षेत्र का एक-दो बूथ भी शामिल किया जा सकता है। उन्होंने क्रिटिकल बूथों को भी परिभाषित किया। सेक्टर ऑफिसर के माध्यम से इनकी रिपोर्ट लें। डिस्ट्रिक्ट सिक्योरिटी प्लान भी जल्द तैयार करने के निर्देश दिए।
पुलिस आयुक्त बी. सतीश बालन ने कहा कि असुरक्षित बूथ का पुराना इतिहास जांचें। यदि कहीं मतदाता को प्रभावित किया जा सकता है अथवा समुदाय विशेष का अधिक प्रभाव हो ऐसे क्षेत्रों की पहचान करें। कहीं पहले मतदाताओं पर दबाव डाले जाने की सूचना हो। मतदान को लेकर दो गुटों में झगड़ा हुआ हो अथवा ऐसे मतदाता हों जिनके विभिन्न माध्यमों से प्रभावित होने की संभावना हो।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी, डीसीपी गौरव राजपुरोहित, डीसीपी मनबीर, डीसीपी रविंद्र, डीसीपी नरेंद्र सिंह, एसडीएम विवेक आर्य, एसडीएम निर्मल नागर, एसडीएम श्वेता सुहाग, एसडीएम अमित कुमार, सीटीएम पूजा कुमारी, डीआरओ हरिओम अत्री, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।
लघु सचिवालय में सोमवार दोपहर बाद बैठक की अध्यक्षता संयुक्त रूप से पुलिस आयुक्त बी. सतीश बालन तथा जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने की। उपायुक्त डा. मनोज कुमार ने कहा कि असुरक्षित की श्रेणी में एक पूरी पॉकेट भी हो सकती है और एक क्षेत्र का एक-दो बूथ भी शामिल किया जा सकता है। उन्होंने क्रिटिकल बूथों को भी परिभाषित किया। सेक्टर ऑफिसर के माध्यम से इनकी रिपोर्ट लें। डिस्ट्रिक्ट सिक्योरिटी प्लान भी जल्द तैयार करने के निर्देश दिए।
पुलिस आयुक्त बी. सतीश बालन ने कहा कि असुरक्षित बूथ का पुराना इतिहास जांचें। यदि कहीं मतदाता को प्रभावित किया जा सकता है अथवा समुदाय विशेष का अधिक प्रभाव हो ऐसे क्षेत्रों की पहचान करें। कहीं पहले मतदाताओं पर दबाव डाले जाने की सूचना हो। मतदान को लेकर दो गुटों में झगड़ा हुआ हो अथवा ऐसे मतदाता हों जिनके विभिन्न माध्यमों से प्रभावित होने की संभावना हो।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी, डीसीपी गौरव राजपुरोहित, डीसीपी मनबीर, डीसीपी रविंद्र, डीसीपी नरेंद्र सिंह, एसडीएम विवेक आर्य, एसडीएम निर्मल नागर, एसडीएम श्वेता सुहाग, एसडीएम अमित कुमार, सीटीएम पूजा कुमारी, डीआरओ हरिओम अत्री, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।