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गाड़ी में जले मिले शवों की पहचान

 भिवानी पुलिस ने मृतकों के गौ तस्करी में संलिप्तता की कहानी को किया खारिज 
 
 गाड़ी में जले मिले शवों की पहचान 

भिवानी, 17 फरवरी। जिले के बारवास गांव की बणी (जंगली क्षेत्र) में जली बोलेरो गाड़ी में मिले जले दो शवों की पहचान हो गई है। मृतक दोनों राजस्थान के भरतपुर जिला के गांव घाटमिका के निवासी थे। भिवानी पुलिस ने दोनों की मौत के पीछे उनकी गौ तस्करी में संलिप्तता की कहानी को प्रथम दृष्टया खारिज कर दिया।

बताया गया कि बारवास गांव के लोगों ने खेत में जली हुई एक गाड़ी खड़ी होने की सूचना गुरुवार को पुलिस को दी थी। पुलिस ने जांच पड़ताल कर गाड़ी में सवार दोनों मृतकों की पहचान भरतपुर जिले के गांव घाटमिका के निवासी जुनैद व नासिर के रूप में की। यह दोनों पेशे से ड्राइवर थे।

पुलिस के अनुसार दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट इनके परिजनों ने बुधवार को भरतपुर के गोपालगढ़ थाने में दर्ज करवाई थी। इसी के आधार पर इनकी पहचान हो पाई है। गुमशुदगी के 24 घंटे बाद लगभग 200 किलोमीटर दूर भिवानी जिले के गांव बारवास की बणी में इन दोनों व्यक्तियों के जली हुई गाड़ी में शव मिले। मामले की जांच के बाद राजस्थान के भरतपुर पुलिस को भिवानी बुलाया गया। राजस्थान पुलिस ने जले हुए शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हें पॉलिथीन में लपेटकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को शव सौंप दिए।

इस बारे में भिवानी जिले के कस्बा लोहारू के डीएसपी जगत सिंह मोर ने बताया कि जली बोलेरो गाड़ी के चैसिस नंबर के आधार पर गाड़ी की पूरी जानकारी मिली। गोपालगढ़ थाने में इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज पाई गई। जली बोलेरो गाड़ी राजस्थान के भरतपुर जिले के गोपालगढ़ थाना पुलिस को सौंप दी गई है। अब गोपालगढ़ पुलिस ही इस पूरे मामले की जांच करेंगी।

इस सारे मामले को गो-तस्करी व बजरंग दल से जोड़े जाने के सवाल पर डीएसपी जगत सिंह मोर ने कहा कि लोहारू क्षेत्र के लोग शांतिप्रिय हैं तथा कृषि कार्य करते हैं। इस घटना में स्थानीय लोगों की संलिप्ता प्राथमिक दृष्टि में नहीं पाई गई है। राजस्थान से ही कोई व्यक्ति इनका पीछा कर रहा था। इस बात की जांच अब राजस्थान पुलिस आगे बढ़ाएगी।