मेरा परिवार मेरी पहचान' थीम पर होगी हरियाणा की झांकी
Jan 22, 2024, 20:49 IST
नई दिल्ली, 22 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर 'मेरा परिवार-मेरी पहचान’ थीम पर हरियाणा की झांकी प्रदर्शित की जाएगी। कर्तव्य पथ पर प्रदर्शन के लिए तीसरी बार हरियाणा की झांकी का चयन रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ कमेटी द्वारा किया गया है। हरियाणा ऑनलाइन सेवाओं के लिए पहले ही देशभर में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़ ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में बताया कि 'मेरा परिवार-मेरी पहचान" कार्यक्रम की शुरुआत आम जन को घर द्वार पर सरकारी सुविधाएं व सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल इनोवेटिव सोच के साथ प्रदेश में अनूठी योजनाएं लागू कर हरियाणा को विकास की राह पर आगे बढ़ा रहे हैं। हरियाणा की कई योजनाओं का दूसरे राज्य भी अब अनुसरण कर रहे हैं और केन्द्र सरकार ने भी अपनाया है। इस बार की हरियाणा की झांकी भारत सरकार के थीम- ‘विकसित भारत’ के साथ सटीक बैठती है, जिसमें विरासत और विकास का सामंजस्य दिखाई देगा।
महानिदेशक ने बताया कि यह हर्ष का विषय है कि लगातार तीसरी बार हरियाणा की झांकी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बन रही है। गत वर्ष गणतंत्र दिवस पर हरियाणा ने 'अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव' थीम पर भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप को लेकर झांकी प्रदर्शित की थी। इससे पहले, हरियाणा खेलों में अपनी उपलब्धियों को दर्शाते हुए 'खेलों में नंबर वन हरियाणा' थीम पर अपनी झांकी प्रदर्शित कर चुका है। झांकी की लोकतंत्र के सार से शुरुआत की गई है, जिसमें शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, औद्योगिकीकरण तथा हिसार के राखी गढ़ी में मिले प्राचीन सभ्यता के खजाने को दर्शाया गया है। झांकी में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से लाभार्थियों के दरवाजे पर सरकारी योजनाओं का सीधे लाभ प्रदान करने का डिजिटल प्लेटफार्म दर्शाया गया है। फूलों की खेती के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के अवसरों को भी दर्शाया गया है। झांकी में सबसे आगे हाथ में टैबलेट लिए एक छात्रा को दर्शाया गया है, जो जमीनी स्तर पर डिजिटल इंडिया मुहिम को मूर्त रूप देने की सोच के अनुरूप राज्य की सफलता का प्रतीक है।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़ ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में बताया कि 'मेरा परिवार-मेरी पहचान" कार्यक्रम की शुरुआत आम जन को घर द्वार पर सरकारी सुविधाएं व सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल इनोवेटिव सोच के साथ प्रदेश में अनूठी योजनाएं लागू कर हरियाणा को विकास की राह पर आगे बढ़ा रहे हैं। हरियाणा की कई योजनाओं का दूसरे राज्य भी अब अनुसरण कर रहे हैं और केन्द्र सरकार ने भी अपनाया है। इस बार की हरियाणा की झांकी भारत सरकार के थीम- ‘विकसित भारत’ के साथ सटीक बैठती है, जिसमें विरासत और विकास का सामंजस्य दिखाई देगा।
महानिदेशक ने बताया कि यह हर्ष का विषय है कि लगातार तीसरी बार हरियाणा की झांकी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बन रही है। गत वर्ष गणतंत्र दिवस पर हरियाणा ने 'अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव' थीम पर भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप को लेकर झांकी प्रदर्शित की थी। इससे पहले, हरियाणा खेलों में अपनी उपलब्धियों को दर्शाते हुए 'खेलों में नंबर वन हरियाणा' थीम पर अपनी झांकी प्रदर्शित कर चुका है। झांकी की लोकतंत्र के सार से शुरुआत की गई है, जिसमें शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, औद्योगिकीकरण तथा हिसार के राखी गढ़ी में मिले प्राचीन सभ्यता के खजाने को दर्शाया गया है। झांकी में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से लाभार्थियों के दरवाजे पर सरकारी योजनाओं का सीधे लाभ प्रदान करने का डिजिटल प्लेटफार्म दर्शाया गया है। फूलों की खेती के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के अवसरों को भी दर्शाया गया है। झांकी में सबसे आगे हाथ में टैबलेट लिए एक छात्रा को दर्शाया गया है, जो जमीनी स्तर पर डिजिटल इंडिया मुहिम को मूर्त रूप देने की सोच के अनुरूप राज्य की सफलता का प्रतीक है।