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हरियाणा : सरकारी डाक्टरों के परिजन चला रहे हैं प्राइवेट अस्पताल, 60 डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश

 स्वास्थ्य महानिदेशक ने सिविल सर्जनों को दिए जांच के आदेश
 
  हरियाणा : सरकारी डाक्टरों के परिजन चला रहे हैं प्राइवेट अस्पताल, 60 डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश
 मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रैफर कर सरकारी अस्पतालों के डाक्टर
चंडीगढ़, 24 जनवरी  हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टर मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रैफर कर रहे हैं। यही नहीं बहुत से डाक्टर सरकारी डयूटी समाप्त होने के बाद उन्हीं प्राइवेट अस्पतालों में जाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बुधवार को प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को एक पत्र जारी करके मरीजों को रेफर करने और सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट अस्पतालों में कार्य करने के मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। निदेशालय ने प्रदेश में कुल 60 डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की अंदरूनी जांच में सामने आया है कि प्रदेश में बहुत से डाक्टर ऐसे हैं, जिनका अपने अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ व्यवहार ठीक नहीं है। विभाग ने ऐसे छह डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। कई डाक्टरों की प्राइवेट अस्पतलों के साथ सैटिंग है। जिसके चलते वह मरीजों को प्राथमिक उपचार देने के बाद वहां रैफर कर देते हैं। यही नहीं कुछ जगहों पर तो यह बात भी सामने आई कि रैफर करने वाले डाक्टर खुद प्राइवेट अस्पतालों में जाकर उन्हीं मरीजों का इलाज करते हैं, जिन्हें सरकारी अस्पताल से भेजा जाता है। ऐसे 12 डाक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में यह बात सामने आई कि प्रदेश में 40 के करीब डाक्टर ऐसे हैं, जिनके पति, पत्नी या अन्य परिजन प्राइवेट अस्पताल चला रहे हैं। यह अस्पताल उन्हीं शहरों में चलाए जा रहे हैं जहां उनके परिजन सरकारी अस्पतालों में तैनात हैं। यह डाक्टर डयूटी टाइम के बाद न केवल अपने परिवारजनों के अस्पतालों में जाकर प्रैक्टिस करते हैं बल्कि सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी जांच के लिए वहीं पर बुलाते हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ली गई रिपोर्ट में पता चला है कि 11 सामान्य अस्पतालों में अल्ट्रासांउड की सुविधा नहीं है। इसके अलावा 25 सामान्य अस्पतालों में एमआरआई की सुविधा नहीं है।
सिविल अस्पताल दादरी में कुछ डाक्टर समय पर नहीं आते हैं। इसके लैब टेक्निशियनों द्वारा मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए ऐसी प्राइवेट लैब में भेजा जाता है जो सरकार से अप्रवूड नहीं है। गुरुग्राम जिले के अंतर्गत आते सिविल अस्पताल सोहना में सुविधाओं की कमी के चलते डाक्टरों द्वारा मरीजों को गुरुग्राम में रैफर किया जाता है। पलवल के अस्पताल में डाक्टरों द्वारा आप्रेशन करने की एवज में पैसे लिए जाते हैं। सर्वे रिपोर्ट में सामने आया है कि फरीदाबाद अस्पताल के डाक्टरों द्वारा जो दवाईयां लिखी जाती हैं वह अस्पताल में नहीं हैं। मरीजों को दवाईयां बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल सर्जनों को भेजी गई रिपोर्ट में कुछ ऐसे डाक्टरों का नाम भी दिया गया है जो पैसे लेकर एमएलआर काट रहे हैं। महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) द्वारा भेजे गए इस पत्र में सभी सिविल सर्जनों से दो दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है।
डाक्टर जिनका मरीजों के साथ व्यवहार ठीक नहीं
सिविल अस्पताल -डाक्टर
भिवानी -डा. धर्मेंद्र सिंह फिजीशियन
दादरी -उप सिविल सर्जन डा. गौरव भारद्वाज और डा. बिजेंद्र डेंटल
हिसार -डाक्टर रामअवतार शर्मा, फिजिशियन
1कैथल -डाक्टर आशीष मित्तल
पंचकूला -गायनी वार्ड की डा. अनीता और डाक्टर संगीता
सोनीपत -डाक्टर प्रदीप लाकड़ा, ईएनटी
डाक्टरों जो निजी अस्पतालों में मरीजों को रेफर करते हैं
डाक्टर -सिविल अस्पताल में कार्यरत -जहां मरीजों को रेफर करते हैं
अर्पिता गर्ग -अंबाला शहर -गर्ग अस्पताल, अंबाला शहर
डा. शिवम कुमार -चरखी दादरी -आस्कर अस्पताल, जीके अस्पताल और सुविधा अस्पताल दादरी
डा. मनोज कुमार - चरखी दादरी -आस्कर अस्पताल, जीके अस्पताल और जयहिंद अस्पताल दादरी।
डा. नीति वधवा -स्त्री रोग विशेषज्ञ, फतेहाबाद -अपने पति डाक्टर चेतन वधवा के वधवा प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को रेफर करती हैं
डाक्टर ओमप्रकाश -गुरुग्राम -स्पेस हास्पिटल
डाक्टर सरगम छाबडा -नेत्र रोग विशेषज्ञ, हिसार -आइक्यू अस्पताल
डाक्टर नीरू यादव -नेत्र रोग विशेषज्ञ, नारनौल -हायर सेंटर रेफर करके कृष्णा नेत्र अस्पताल में जाने की सलाह देती हैं
डा. रेनू यादव -दंत रोग विशेषज्ञ, नारनौल -हायर सेंटर रेफर करके मरीज को नारनौल स्थित अपने पति के रोहतक डेंटल अस्पताल में जाने की सलाह देती हैं
डाक्टर सदीप सिंह यादव -जनरल सर्जन, महेंद्रगढ़ -हायर सेंटर रेफर करके लक्ष्मीनारायण प्राइवेट अस्पताल महेंद्रगढ़ व सीबीएम प्राइवेट अस्पताल नारनौल जाने की सलाह देते हैं
डा. मोना नागपाल -इंचार्ज ड्रग एडिकशन सेंटर, नागरिक अस्पताल पानीपत -ब्रेन केयर सेंटर
डाक्टर नवीन सर्जन -पलवल -वासू अस्पताल व अराध्या अस्पताल
डा. संदीप सोगी सर्जन -पलवल -एसकेआर अस्पताल, पलवल