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गोविंदपुरी, मेरा गांव, मेरी विरासत पुस्तक का लोकार्पण

शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा क्षेत्र में सेवाएं दे रही बहू बेटियों ने किया विमोचन 
 
गोविंदपुरी, मेरा गांव, मेरी विरासत पुस्तक का लोकार्पण 

यमुनानगर, 19 मार्च। गांव गोविंदपुरी व यहां रहने वाले ब्राह्मण त्यागी परिवार के इतिहास पर आधारित किताब गोविंदपुरी, मेरा गांव, मेरी विरासत का विमोचन शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही इसी गांव की बहू बेटियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया।

 
इस मौके पर पुस्तक लेखक वीरेंद्र त्यागी मुख्य रूप से मौजूद रहे। गोविंदपुरी मेरा गांव, मेरी विरासत का विमोचन करते हुए शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि किताब के माध्यम से गोविंदपुरी के साथ-साथ त्यागी परिवार का इतिहास आने वाली पीढिय़ों को जानने को मिलेगा। गांव में रह रहे त्यागी परिवार एक ही बुजुर्ग की औलाद हैं जिनकी संख्या लगभग 900 है। उन्होंने कहा कि यह किताब आने वाली पीढिय़ों को इतिहास की जानकारी देगी। इससे पूर्व किताब के लेखक गोविंदपुरी वासी वीरेंद्र त्यागी ने बताया कि यह किताब बुजुर्गों द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित है। 


वर्ष 1849 के राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार परिवार का जो ब्यौरा दिया गया है वही ब्यौरा हरिद्वार व बद्रीनाथ में पंडों द्वारा लिखित बही में मिलता है। लगभग 175 वर्ष का रिकॉर्ड तो उपलब्ध है लेकिन इससे पूर्व का रिकॉर्ड पीढ़ी दर पीढ़ी बुजुर्गों द्वारा बताया जा रहा है। त्यागी ने बताया कि इस किताब में परिवार के अतिरिक्त गोविंदपुरी से संबंधित अन्य जानकारियां भी उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 1 साल की मेहनत के बाद यह किताब छपकर तैयार हुई है। हो सकता है कि इसमें कोई कमी भी रही हो जिसे आने वाले समय में यदि परिवार का सहयोग मिला तो गोविंदपुरी मेरा गांव मेरी विरासत पार्ट टू में दूर किया जाएगा। 


त्यागी ने बताया कि किताब के लेखन में उन्हें ग्रामवासियों का सहयोग मिला और उन्हीं से हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध हुई, जिससे वह इस किताब को लिख सके। गांव व परिवार से संबंधित लगभग हर प्रकार की जानकारी इस किताब में वर्तमान तथा आने वाली पीढिय़ों के लिए उपलब्ध है।