सूरजमुखी की फसल का पोर्टल खोले सरकार
किसान यूनियन ने कृषि मंत्री को सौंपा ज्ञापन
Jun 1, 2024, 14:17 IST
यमुनानगर, 1 जून किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी का शिष्ठ मंडल शनिवार को कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर से उनके जगाधरी आवास पर मिला और सूरजमुखी की फसल का पोर्टल खोलने को लेकर मांग पत्र दिया।
जिला अध्यक्ष संजू गुंदीयाना ने कहा कि किसानों की सूरजमुखी की फसल पककर तैयार हो चुकी है और फसल में कटाई भी लग चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के अनुसार एक जून से खरीद शुरू हो जाएगी लेकिन बहुत से किसानों का मेरी फसल मेरा ब्योरा पर सूरजमुखी की फसल का पोर्टल नहीं हुआ है। जिन खेतों में सरसों कटाई के बाद सूरजमुखी बिजाई की थी, उन खेतों का पंजीकरण नहीं हो पाया है। क्योंकि उन खेतों में सरसों की फसल काटने के बाद सरसों की फसल का पंजीकरण होना था। लेकिन सरकार के पोर्टल पर अभी भी उन खेतों में सरसों की फसल दिखाई जा रही है। जिस कारण किसान को सूरजमुखी का पंजीकरण करवाने में परेशानी हो रही है।
उन्होंने शिक्षा मंत्री को मिलकर जल्दी से जल्द पोर्टल खुलवाने की मांग की। हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि जो किसान अपने खेतों में पराली नहीं जलाएगा उनको एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से दिए जाएंगे। लेकिन अभी तक नाममात्र किसानों को यह पैसे मिले हैं तकरीबन 80 प्रतिशत किसान को यह पैसा नहीं दिया गया है और अगली धान की फसल लगनी शुरू हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार की घोषणा के बाद भी सुपर सीडर रोटावेटर और कई अन्य प्रकार के उपकरणों पर सब्सिडी दी जानी थी वह भी अभी तक नहीं दी गई है। इन सभी मांगों को लेकर आज कृषि मंत्री से मिले। वहीं कृषि मंत्री ने सभी मांगों को लेकर जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में यूनियन के सदस्य भी शामिल रहें।
जिला अध्यक्ष संजू गुंदीयाना ने कहा कि किसानों की सूरजमुखी की फसल पककर तैयार हो चुकी है और फसल में कटाई भी लग चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के अनुसार एक जून से खरीद शुरू हो जाएगी लेकिन बहुत से किसानों का मेरी फसल मेरा ब्योरा पर सूरजमुखी की फसल का पोर्टल नहीं हुआ है। जिन खेतों में सरसों कटाई के बाद सूरजमुखी बिजाई की थी, उन खेतों का पंजीकरण नहीं हो पाया है। क्योंकि उन खेतों में सरसों की फसल काटने के बाद सरसों की फसल का पंजीकरण होना था। लेकिन सरकार के पोर्टल पर अभी भी उन खेतों में सरसों की फसल दिखाई जा रही है। जिस कारण किसान को सूरजमुखी का पंजीकरण करवाने में परेशानी हो रही है।
उन्होंने शिक्षा मंत्री को मिलकर जल्दी से जल्द पोर्टल खुलवाने की मांग की। हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि जो किसान अपने खेतों में पराली नहीं जलाएगा उनको एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से दिए जाएंगे। लेकिन अभी तक नाममात्र किसानों को यह पैसे मिले हैं तकरीबन 80 प्रतिशत किसान को यह पैसा नहीं दिया गया है और अगली धान की फसल लगनी शुरू हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार की घोषणा के बाद भी सुपर सीडर रोटावेटर और कई अन्य प्रकार के उपकरणों पर सब्सिडी दी जानी थी वह भी अभी तक नहीं दी गई है। इन सभी मांगों को लेकर आज कृषि मंत्री से मिले। वहीं कृषि मंत्री ने सभी मांगों को लेकर जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में यूनियन के सदस्य भी शामिल रहें।