गौशालाओं पर खर्च होगी गौ-चरान भूमि के ठेेसे मिली राशि:नायब सैनी
गौ सेवा सम्मान समारोह में गौशालाओं के लिए मुख्यमंत्री ने जारी किए 216.25 करोड़
Jan 7, 2025, 20:10 IST
प्रदेश में गौवंश की होगी टैगिंग, बेसहारा गौवंश पकडऩे पर मिलेंगे पैसे
चंडीगढ़, 7 जनवरी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेशभर में गौ-चरान की जितनी भूमि है, उसे चिह्नित किया जाएगा और इस भूमि को जो पंचायतें ठेके पर देती हैं, अब उस पैसे का उपयोग गौशालाओं की गतिविधियों के लिए प्रयोग किया जाएगा। इसके अलावा, अधिकारियों को भी एक रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके तहत गौ-चरान की भूमि को गौशालाओं की इच्छा अनुसार चारा उगाने के लिए भूमि आवंटित की जा सकेगी।
मुख्यमंत्री मंगलवार को पंचकूला में आयोजित गौ सेवा सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गौशालाओं के लिए 216.25 करोड़ रुपये की चारा अनुदान राशि जारी की। नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा को बेसहारा गौवंश से मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बेसहारा गोवंश कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। अब बेसहारा बछड़ा या बछड़ी को पकडऩे वाली गौशाला को 300 रुपये, गाय के लिए 600 रुपये और नन्दी के लिए 800 रुपये की दर से नकद भुगतान किया जाएगा।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि गौशालाओं को बायोगैस प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और बायोगैस बनाने के लिए तकनीकी सहायता सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, गाय के गोबर से तैयार होने वाले प्रोमो खाद की विधि भी गौशालाओं के साथ साझा की जाएगी, ताकि प्रोमो खाद डीएपी के विकल्प के रूप में उपयोग हो सके। इतना ही नहीं, गाय के गोबर से पेंट, गौमूत्र से फिनायल, साबुन, शैंपू आदि उत्पाद बनाने के लिए भी गौशालाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। इन उत्पादों की बिक्री के लिए सरकार की ओर से मार्केटिंग में सहयोग किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 330 गौशालाओं में सोलर ऊर्जा प्लांट लगाये गये हैं। शेष बची गौशालाओं में भी सोलर पावर प्लांट लगाने का कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा, ताकि गौशालाएं आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी गौवंश, चाहे नन्दी हो, गौमाता हो, बछड़ा या बछड़ी, सभी की टैगिंग की जाएगी और यह डेटा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा, जिसकी रिपोर्ट वे स्वयं देखेंगे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है। गाय का दूध अमृत के समान माना जाता है। वैज्ञानिक शोधों से भी यह प्रमाणित हो चुका है कि देसी गाय का दूध हृदय रोग से बचाव में अत्यंत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पशुधन के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा सरकार के लिए गाय केवल राजनीति नहीं है, केवल चुनावी विषय नहीं, गाय के नाम पर घोषणाएं करके वोट लेने का साधन नहीं, बल्कि आस्था का विषय है। इसलिए आज के कार्यक्रम का नाम भी गौ सेवा सम्मान समारोह दिया गया है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को पंचकूला में आयोजित गौ सेवा सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गौशालाओं के लिए 216.25 करोड़ रुपये की चारा अनुदान राशि जारी की। नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा को बेसहारा गौवंश से मुक्त करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बेसहारा गोवंश कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। अब बेसहारा बछड़ा या बछड़ी को पकडऩे वाली गौशाला को 300 रुपये, गाय के लिए 600 रुपये और नन्दी के लिए 800 रुपये की दर से नकद भुगतान किया जाएगा।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि गौशालाओं को बायोगैस प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और बायोगैस बनाने के लिए तकनीकी सहायता सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, गाय के गोबर से तैयार होने वाले प्रोमो खाद की विधि भी गौशालाओं के साथ साझा की जाएगी, ताकि प्रोमो खाद डीएपी के विकल्प के रूप में उपयोग हो सके। इतना ही नहीं, गाय के गोबर से पेंट, गौमूत्र से फिनायल, साबुन, शैंपू आदि उत्पाद बनाने के लिए भी गौशालाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। इन उत्पादों की बिक्री के लिए सरकार की ओर से मार्केटिंग में सहयोग किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 330 गौशालाओं में सोलर ऊर्जा प्लांट लगाये गये हैं। शेष बची गौशालाओं में भी सोलर पावर प्लांट लगाने का कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा, ताकि गौशालाएं आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी गौवंश, चाहे नन्दी हो, गौमाता हो, बछड़ा या बछड़ी, सभी की टैगिंग की जाएगी और यह डेटा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा, जिसकी रिपोर्ट वे स्वयं देखेंगे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है। गाय का दूध अमृत के समान माना जाता है। वैज्ञानिक शोधों से भी यह प्रमाणित हो चुका है कि देसी गाय का दूध हृदय रोग से बचाव में अत्यंत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पशुधन के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा सरकार के लिए गाय केवल राजनीति नहीं है, केवल चुनावी विषय नहीं, गाय के नाम पर घोषणाएं करके वोट लेने का साधन नहीं, बल्कि आस्था का विषय है। इसलिए आज के कार्यक्रम का नाम भी गौ सेवा सम्मान समारोह दिया गया है।